19.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

Darbhanga News: मरीजों की जिंदगी से खेल रहे कारोबारी, नकली दवा बेचने वाले पर लटकी कार्रवाई की तलवार

Darbhanga News:शहर में नकली दवा का काला कारोबार फल-फूल रहा है. इसका खुलासा पिछले दिनों ड्रग कंट्रोल विभाग की ओर से हुई छापेमारी में हुआ.

Darbhanga News: दरभंगा. शहर में नकली दवा का काला कारोबार फल-फूल रहा है. इसका खुलासा पिछले दिनों ड्रग कंट्रोल विभाग की ओर से हुई छापेमारी में हुआ. हालांकि अभी मामला जांच की प्रक्रिया में ही है, लेकिन दवा के नकली होने की बात लगभग साबित हो चुकी है. अधिक कमाई के लोभ में लोगों की जिंदगी से खेलने वाले ऐसे कारोबारियों के खिलाफ विभाग ने सख्त रुख अपना लिया है, लिहाजा शाहगंज बेता अयाचीनगर स्थित दुकानदार पर विभागीय कार्रवाई की तलवार लटक रही है. गत 29 मई को ड्रग इंस्पेक्टर की छापेमारी में नकली दवा बरामद होने के बाद विभाग सख्त एक्शन लेने वाला है. संबंधित दुकानदार के काले कारोबार के खिलाफ सबूत इकठ्ठे किये जा रहे हैं, ताकि न्यायालय में मजबूत साक्ष्य प्रस्तुत किया जा सके. इसे लेकर ड्रग विभाग के द्वारा दवा के सैंपल की जांच के लिए भारत सरकार के लैब में भेजा गया है. वहीं ड्रग बनाने वाली कंपनी को भी पकड़ी दवा भेजते हुए अपनी दवा से मिलान करते हुए साक्ष्य भेजने के लिए कहा गया है. एक सप्ताह में टेस्ट रिपोर्ट आने की संभावना है. इसके बाद विभाग की ओर से अगला कदम उठाया जायेगा. बताया जाता है कि नकली दवा बेचने का मामला सच साबित हुआ, तो दवा दुकानदार को 10 साल तक की सजा हो सकती है.

कंपनी ने की थी नकली दवा बेचने की शिकायत

ड्रग डिपार्टमेंट के अनुसार बेता में दुकानदार द्वारा एनीमिया (खून की कमी का रोग) रोग की नकली दवा बेच रहा था. कंपनी के द्वारा विभाग को इसकी सूचना दी गयी थी. इसकी तहकीकात की गयी. इसे लेकर 29 मई को विभाग की ओर से दवा दुकान में छापेमारी की गयी. दवा की जांच को लेकर क्यूआर कोड को स्कैन किया गया. इसमें दवा संदिग्ध निकली. कंपनी को सैंपल भेजने पर इसकी पुष्टि हुई. प्रथम दृष्टया नकली दवा की बरामदगी होने पर और भी साक्ष्य जुटाये जा रहे हैं, ताकि दवा कारोबारी को सजा दिलायी जा सके. जानकारी के अनुसार दवा की कीमत 3600 रुपये है.

नकली दवाओं का कारोबार करनेवालों में हड़कंप

जानकारी के अनुसार बेता सहित कई स्थानों पर धड़ल्ले से नकली दवाएं बेची जा रही है. इसमें कई नामी दुकानदारों के भी शामिल होने की अपुष्ट जानकारी है. कहा जाता है कि अगर ड्रग कंट्रोलर विभाग वृहत स्तर पर जांच करे तो और भी दुकानें इसकी जद में आ सकते हैं.

लोगों की जिंदगी से खेल रहे कारोबारी

जीवन रक्षक कुछ ऐसी दवाएं हैं जो रोगियों के लिए प्राणवायु सरीखी होती हैं. इसमें मौजूदा छापेमारी में पकड़ी गयी दवा भी आती है. कहा जाता है कि खून की कमी को यह दवा दूर करती है. इस तरह की दूसरे रोगों की भी दवाएं हैं, जो काफी मंहगी आती हैं. विवश लोग इसकी खरीदारी करते हैं, लेकिन चंद पैसों के लालच में कुछ कारोबारी लोगों की जिंदगी से खेल रहे हैं.

कहते हैं अधिकारी

पिछले दिनों बेंता शाहगंज स्थित एक दवा दुकान से एनिमिया की दवा को नकली हाेने की सूचना पर जब्त की गयी. प्रथम दृष्टया जांच करने पर दवा सही नहीं पायी गयी. विभाग की ओर से आगे की कार्रवाई करते हुए सैंपल को जांच के लिये भारत सरकार के लैब में भेजा गया है. साथ ही दवा बनाने वाली कंपनी को भी साक्ष्य भेजने के लिए कहा गया है, ताकि न्यायालय में मजबूती से साक्ष्य प्रस्तुत किया जा सके.

– संदीप साह, ड्रग इंस्पेक्टर

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel