दरभंगा. बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के राज्यव्यापी आह्वान पर लहेरियासराय में जिला अध्यक्ष सह प्रदेश उपाध्यक्ष शम्भू यादव के नेतृत्व में आंदोलन किया गया. कड़ाके की ठंड के बावजूद भारी संख्या में जुटे शिक्षकों ने शिक्षा विभाग की नीतियों के विरुद्ध नारेबाजी की. शम्भू यादव ने कहा कि विद्यालयों में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने वाले शिक्षक आज सरकार और विभाग की लापरवाही तथा मनमानी का शिकार होकर भीषण ठंड में आंदोलन को बाध्य हैं. यह सिस्टम के लिए करारा सबक है. कहा कि पिछले 20 वर्षों से राज्य की शिक्षा-व्यवस्था को मजबूती देने वाले नियोजित शिक्षक, नियम के बावजूद प्रोन्नति एवं स्थानांतरण से वंचित हैं. सरकार केवल घोषणाओं तक सीमित रह जाती है. शिक्षकों की समस्याओं का समाधान करने में वह सफल नहीं हो रही.
प्रोन्नति नहीं मिलना शिक्षा विभाग में गंभीर वित्तीय अनियमितता का द्योतक
जिला अध्यक्ष ने कहा कि बिहार पंचायत/नगर निकाय प्रारंभिक शिक्षक नियोजन नियमावली 2006 तथा यथा संशोधित नियम 2012 एवं 2020 की कंडिका 15 तथा 16 में स्पष्ट प्रावधान के बावजूद नियोजित शिक्षकों को स्नातक ग्रेड में नियमित प्रोन्नति, मध्य विद्यालयों में प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति, 12 वर्ष की सेवा पर कालबद्ध वेतन उन्नयन की नीति अब तक लागू नहीं की गयी है. कहा कि यह शिक्षा विभाग की गंभीर वित्तीय अनियमितता का द्योतक है. कहा कि दिव्यांग एवं महिला शिक्षकों को अंतर-नियोजन इकाई स्थानांतरण तथा पुरुष शिक्षकों को अंतर-जिला एवं पारस्परिक स्थानांतरण की नीति उपलब्ध होने के बावजूद उसे लागू नहीं करना शिक्षकों के आर्थिक, मानसिक एवं पारिवारिक शोषण के समान है.पूर्ण अधिकार मिलने तक जारी रहेगा संघर्ष
प्रदेश उपाध्यक्ष ने चेतावनी दी कि नियमावली के अनुसार पूर्ण अधिकार मिलने तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा. जिला उपाध्यक्ष प्रशांत कुमार झा ने कहा कि नियोजित शिक्षकों ने हर अधिकार संघर्ष से प्राप्त किया है. यदि अविलंब मांगें पूरी नहीं की गई, तो आंदोलन और अधिक तीव्र किया जाएगा. आंदोलन को शिक्षक संघ बिहार के सौरभ कुमार सिंह, विजय कुमार मंडल, संजय कुमार ने समर्थन दिया. मौके पर कमरे आलम, संजीत कुमार राय, एकराम हैदर, चंद्रभान सिंह यादव, अजय कुमार मिश्रा, दिनेश पासवान, रामनंदन मोची, मो. अलाउद्दीन, प्रमोद कुमार शाह, संजय कुमार, लक्ष्मण पासवान, मुकेश कुमार राय, अरुण कुमार राम, मो. जमशेद, विद्यानंद ठाकुर, मो. अकबर अली, शारदानंद झा, राजकुमार, मो. रिजवान, परवेज आलम, शिव कुमार यादव सहित दर्जनों शिक्षक मौजूद थे. धरना के बाद एक प्रतिनिधिमंडल डीइओ को मांगों से संबंधित एक ज्ञापन सौंपा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

