Bihar: बिहार में दरभंगा के सिमरी थाना के सहायक दारोगा अनिल कुमार तिवारी को रिश्वत लेने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है. पुलिस अधीक्षक जगुनाथ रेड्डी के निर्देश पर कमतौल सर्कल इंस्पेक्टर सुरेश राम ने जांच की. जांच में आरोप सही पाए गए. अब अनिल कुमार तिवारी का मुख्यालय पुलिस केंद्र दरभंगा बनाया गया है.
शराब मामले में गिरफ्तारी के दौरान रिश्वत का खुलासा
दारोगा अनिल कुमार पर आरोप है कि उन्होंने शराब के एक मामले में गिरफ्तार युवक इंद्र कुमार को छोड़ने के लिए छह हजार रुपये की रिश्वत ली. रिश्वत का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिससे मामला उजागर हुआ.
पीड़ित परिवार की शिकायत, रिश्वत देने के बावजूद नहीं मिली छूट
इंद्र कुमार की मां लीला देवी ने बताया कि पुलिस ने उनके बेटे को शराब मामले में पकड़ा था. दरोगा ने रिश्वत मांगी, पैसा भी दिया गया, लेकिन बेटे को छोड़ने की बजाय रिश्वत वापस नहीं की गई. इस बात की शिकायत अधिकारियों से की गई.
गांव के चौकीदार के बेटे ने भी किया खुलासा
गांव के चौकीदार हनुमान पासवान के पुत्र कुणाल ने माना कि दरोगा के कहने पर ही उसने महिला से पैसे लिए थे. विवाद बढ़ने पर दरोगा ने पांच हजार रुपये लौटाने का कहा, लेकिन एक हजार रुपये खर्च हो गए. महिला कम राशि स्वीकार करने को तैयार नहीं हुई.
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पुलिस व्यवस्था में भ्रष्टाचार पर सवाल, सख्त कार्रवाई की उम्मीद
यह घटना दरभंगा पुलिस की छवि को प्रभावित करती है. अधिकारियों की ओर से ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की बात कही जा रही है ताकि भविष्य में भ्रष्टाचार को रोका जा सके और जनता का भरोसा बनाए रखा जा सके.