Expressway In Bihar: बिहार में बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाने वाला आमस-दरभंगा एक्सप्रेसवे तेजी से आकार ले रहा है. यह राज्य का पहला एक्सेस कंट्रोल्ड नेशनल हाईवे होगा, जिस पर 100 किलोमीटर प्रति घंटे से कम रफ्तार से वाहन चलाना मना होगा. औरंगाबाद से शुरू होकर दरभंगा तक यह सड़क न सिर्फ गयाजी और पटना बल्कि समस्तीपुर, वैशाली और जहानाबाद जैसे जिलों को भी जोड़ेगी. खास बात यह है कि यह पटना, गयाजी और दरभंगा एयरपोर्ट को एक साथ कनेक्ट करेगा.
कम समय में लंबी दूरी तय होगी
फिलहाल आमस से दरभंगा की दूरी तय करने में लोगों को 7 से 8 घंटे लगते हैं. लेकिन इस सड़क के पूरी तरह बन जाने पर यही सफर महज 2 से 3 घंटे में पूरा हो सकेगा. इससे व्यापार, शिक्षा और पर्यटन को भी सीधा फायदा होगा. आसपास के दर्जनों जिलों को भी तेज़ और सुरक्षित कनेक्टिविटी मिलेगी.
डिजाइन और सुरक्षा पर खास ध्यान
भारतमाला परियोजना के तहत राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण इस हाईवे का निर्माण करा रहा है. करीब 5,000 करोड़ रुपये की लागत से बन रही यह सड़क चार लेन की होगी और इसकी चौड़ाई 200 फीट रखी गई है. एक्सेस कंट्रोल्ड डिज़ाइन होने के कारण वाहन केवल निर्धारित स्थानों से ही प्रवेश और निकास कर सकेंगे. इससे सड़क हादसों में कमी आने और यात्रा को ज्यादा सुरक्षित बनाने की उम्मीद है. साथ ही, समस्तीपुर से पटना की दूरी भी 100 किलोमीटर से घटकर सिर्फ 65 किलोमीटर रह जाएगी.
निर्माण में अड़चनें और समय सीमा
इस परियोजना को छह पैकेज में विभाजित कर काम किया जा रहा है. गयाजी और जहानाबाद में कुछ गांवों की जमीन अधिग्रहण में अड़चनों के कारण काम की रफ्तार धीमी पड़ी है. अब तक लगभग 30 से 40 प्रतिशत कार्य ही पूरा हो सका है. पहले लक्ष्य जुलाई 2025 तक का था, लेकिन अब इसे दिसंबर 2025 तक बढ़ा दिया गया है. हालांकि, स्थानीय स्तर की रुकावटों की वजह से और समय लगने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.

