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…देवर लक्ष्मण हमर छथि नैहर मिथिला देश
दरभंगा : मिथिला भाषा रामायण में भगवती सीता ने अपना परिचय देते हुए कहा था ‘जनक जनक अवनि स्वयं, रघुनंदन प्राणेश, देवर लक्ष्मण हमर छथि नैहर मिथिला देश’ शुक्रवार को जगत जननी जानकी का यह नैहर (मायका) राममय हो गया. रामनवमी पर मिथिला की सांस्कृतिक राजधानी दरभंगा पूरी तरह राम की भक्ति में रंगा नजर […]
दरभंगा : मिथिला भाषा रामायण में भगवती सीता ने अपना परिचय देते हुए कहा था ‘जनक जनक अवनि स्वयं, रघुनंदन प्राणेश, देवर लक्ष्मण हमर छथि नैहर मिथिला देश’ शुक्रवार को जगत जननी जानकी का यह नैहर (मायका) राममय हो गया. रामनवमी पर मिथिला की सांस्कृतिक राजधानी दरभंगा पूरी तरह राम की भक्ति में रंगा नजर आया. चारों दिशाओं से जय श्रीराम के जयघोष अनुगूंजित होते रहे. पूरा शहर भगवे झंडे से पटा रहा. भक्ति के इस रंग को शाम में विभिन्न अखाड़ों से निकली झांकियां और गाढ़ी करती रही. रामनवमी जिले में इस साल भी उत्साह के साथ मनाया गया. जिला रामनवमी समिति व विभिन्न अन्य संगठनों तथा श्रद्धालुओं की ओर से पूरे शहर में भगवा झंडा काफी पहले से लगा दिया गया था.
लहेरियासराय-दरभंगा मुख्य पथ के दोनों किनारे भगवा झंडे लहरा रहे हैं. नाका-5 के समीप बांस-बल्ला गाड़कर इसमें झंडा लगाया गया. वहीं सड़क किनारे की दुकान व मकान के मुंडेर पर भी यह लहराता रहा. वहीं सुबह से ही भगवान राम के भजन के बोल वातावरण में घुलते रहे. वहीं जैसे ही शाम ढली, पूरा शहर भक्तिरस से सराबोर हो उठा. अखाड़ों के उत्साही नौजवान माथे पर भगवा पट्टी बांधे जय श्रीराम का जयघोष करते चल रहे थे. चारों दिशाओं से मार्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का नाम ही गूंज रहा था. जानकी की धरती राममय हो गयी थी. यह नजारा देर रात तक सड़कों पर नजर आता रहा.
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