दरभंगा : रभंगा जूनियर पब्लिक स्कूल, रामबाग के 23वें स्थापना दिवस समारोह में मुख्य अतिथि डा. मुश्ताक अहमद ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों के भविष्य के निर्माण में जितनी बड़ी भूमिका स्कूलों की होती है, उतना ही योगदान अभिभावकों का भी होता है.
ज्ञान की दुनिया में बच्चे, माता-पिता और शिक्षक का हाथ पकड़ कर ही कदम रखते हैं.
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्जवलित कर की गयी. इसके पश्चात सभी वर्ग से चुने गए सर्वश्रेष्ठ छात्र-छात्राओं एवं स्टुडेन्ट ऑफ द इयर सुशान्त कुमार मिश्र को पुरस्कृत किया गया. इस अवसर पर विद्यालय के बच्चों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम ने एक अनोखी छटा बिखेर दी. शालिनी, मेधा और उनकी टीम के द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना शुरू इस कार्यक्रम में नर्सरी और के जी के बच्चों ने एक के बाद एक कई कविताओं का संगीतमय प्रस्तुति की.
स्टेज तकनीक की मिसाल पेश करते हुए माइम और बौना नर्त्य का मंचन जहां आकर्षण का केंद्र बना रहा, वहीं अदिति, शिवम, आलोक और उनकी टीम ने इनके माध्यम से दर्शकों को चौंका दिया. मिथिला संस्कृति का दर्शन कराती झिझिया नृत्य में आकृति, केशर वाणी और उनके समूह ने समां बांध दिया. हिन्दी नाटक मेरे सपने और सुपर मॉम नाटक में विद्यालय से जुड़ी एक सच्ची घटना का मार्मिक प्रस्तुतिकरण किया गया. स्कूल के चेयरमैन डा. लाल मोहन झा ने कहा कि स्कूल में सीखने का माहौल बनायें. मिश्र ने धन्यवाद ज्ञापन किया.