उक्का बनाने को बिकने लगे संठी बेनीपुर. दीपावली को लेकर इस बार बाजार में बने उक्कापाती के अलावा संठी भी बिकने लगा है. ज्ञात हो कि मिथिलांचल में लक्ष्मी पूजा की शाम उक्का भ्रमण किया जाता है. जिसमें जूट का डंठल (संठी) का उपयोग किया जाता है. पूर्व में मिथिलांचल में पटुआ(जूट) की पर्याप्त मात्रा में खेती की जाती थी. तो उस समय में लोगों को इस पर्व के लिए संठी आसानी से गांव में ही उपलब्ध हो जाता था. पर जूट मिल बंद होने के बाद से लोग अब पटुआ की खेती बंद कर दिये. इससे संठी का अभाव हो गया, तो वे भी अब महंगे दर पर लोगों को बाजार से भारी मशक्कत के बाद मिलता है. सोमवार को बगल के गांव के एक बूढ़े किसान संठी बेचने आये थे. संठी खरीद रहे कई लोगों ने बताया कि पहले जो मुफ्त में मिलता था वह अब पैसे से भी नहीं मिल रहा है.
उक्का बनाने को बिकने लगे संठी
उक्का बनाने को बिकने लगे संठी बेनीपुर. दीपावली को लेकर इस बार बाजार में बने उक्कापाती के अलावा संठी भी बिकने लगा है. ज्ञात हो कि मिथिलांचल में लक्ष्मी पूजा की शाम उक्का भ्रमण किया जाता है. जिसमें जूट का डंठल (संठी) का उपयोग किया जाता है. पूर्व में मिथिलांचल में पटुआ(जूट) की पर्याप्त मात्रा […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement