बारिश नहीं होने से बर्बाद होने लगा खेत में लगा बिचड़ा
सदर : धान की फसल उगाने के लिए सरकारी अनुदानित बीज नहीं मिलने से किसान मायूस हैं. उन्हें बाजार से महंगे दामों पर खरीदकर बीज गिराने को मजबूर होना पड़ रहा है. किसानों को हाई ब्रीड बीज खरीदने के लिये तीन किलो के पैकेट का 860 रुपया मूल्य चुकाना पर रहा है. ऊपर से मौसम की बेरुखी से खेत में तैयार होने की प्रक्रिया में बीज कड़ी धूप से जलना शुरु हो गया है. किसान समझ नहीं पा रहे कि बिचड़ा को कैसे बचावें. धान का बीज गिराने का समय भी अब समाप्त हो चुका है.
बावजूद अभी तक सरकार की तरफ से बीज की व्यवस्था नहीं की जा सकी है. किसानों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए वैसे तो कई योजनाओं चल रही है, पर धरातल पर इसकी सच्चाई कुछ अलग ही है. रबी फसल के समय के डीजल अनुदान की राशि अभी तक अधिकांश किसानों को नहीं मिल सकी है.
जबकि किसानों ने ऑनलाइन आवेदन किया था. पिछले वर्ष खरीफ मौसम का भी फसल क्षति सहायता अनुदान नहीं मिल पाया है. अनुदान की राशि सहकारिता विभाग को देना था. अनुदान देने के लिए विभाग द्वारा सर्वेक्षण भी करा लिया गया था, बाबजूद कुछ नहीं हुआ.