बेतिया : विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर शहर के आस्था काडियो एंड रिसर्च सेंटर में जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. शिविर में वक्ताओं ने धूम्रपान से होने वाले नुकसान की जानकारी दी. संस्था के निदेशक डा. अंजनी कुमार ने कहा कि धूम्रपान करना स्वास्थ्य के साथ सबसे बड़ा खिलवाड़ है.
धूम्रपान हृदय रोग, रक्तवाहिका रोग, फेफड़ों की समस्या, कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का समवाहक है. उन्होंने कहा कि धूम्रपान छोड़ने के लिए व्यक्ति में ढृढ़ इच्छा शक्ति होनी चाहिए. देश के 40 फीसदी लोग आज धूम्रपान के शिकार है.
जिसमें युवाओं की संख्या काफी है. बिहार, उत्तर प्रदेश, दिल्ली सहित ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर युवा धूम्रपान कर अपना जीवन बरबाद कर रहे है. शिविर के दौरान दर्जनों लोगों की नि:शुल्क जांच भी की गयी. मौके पर मनोज कुमार, राम क्षत्री, सोनू केसरी, श्री यादव आदि मौजूद रहे.
नशामुक्ति सेमिनार
बेतिया. स्थानीय रेलवे परिसर में प्रजापिता ब्रह्मकुमारी की ओर से रविवार को दो दिवसीय नशामुक्ति सेमिनार का आयोजन किया गया. इस दौरान सेमिनार को संबोधित करते हुए मुख्य संचालिका बीके अंजना बहन ने बताया कि आज समाज में मानव का मन बहुत सी व्यर्थ बातों के प्रभाव के कारण व्यसन में जा रहा है. आज की युवा पीढ़ी में विश्व की 25 फीसदी युवा मनोरोग से ग्रस्त है.
जिस कारण अपनी सोचने-समझने की शक्ति खोकर दिग्भ्रमित होकर व्यसन की आदी होते जा रहे है. ऐसे समय में हमें परमात्मा द्वारा बताये राजयोग और आध्यात्मिक ज्ञान के बल से हम इन व्यर्थ संकल्पों पर विजय प्राप्त कर सकते है. जिससे हमारा समाज नशा मुक्त बन जायेगा. इस दौरान ब्रह्मकुमारी के कई सदस्य मौजूद रहे.
नशामुक्त होगा लक्ष्मीपुर गांव
जगदीशपुर. नौतन प्रखंड के पश्चिम नौतन पंचायत के एक गांव ऐसा भी जहां ग्रामीण एवं शिक्षा एवं कल्याण समिति लक्ष्मीपुर के सौजन्य से गांव को नशा मुक्ति एवं बच्चे-बच्चियों को शिक्षा के मुख्य धारा से जोड़ने के लिए सभी ग्रामीण ने गांव में ही 25 शिक्षा केंद्र बना रखा है.
जिसमें प्रत्येक शिक्षा केंद्र पर 30 से 35 बच्चे शिक्षा ग्रहण करते है. गांव के ही पढ़े लिखे बेरोजगार युवक प्रतिदिन 2 घंटे शिक्षा का दान करते है.वहीं शिक्षा एवं कल्याण समिति के अध्यक्ष भूतपूर्व मुखिया जवाहिर मुखिया ने बताया कि हमारे लक्ष्मीपुर गांव की आबादी लगभग आठ हजार है.
हम सभी बिना किसी के सहयोग से गांव को नशा मुक्त बनाने का प्रयास कर रहे है. हमारे गांव मे शराब ना लोग पियेगें ना पीने देगें. अगर किसी भी प्रकार की विवाद गांव में होती है तो उसे गांव में ही बैठकर हल करा दिया जायेगा. सभी महिला और पुरूषों ने शपथ लेते हुए कहा कि हम अपने गांव को बिना सरकारी मदद आदर्श गांव बनायेगें.
इस मौके पर मुख्य अतिथि भूतपूर्व शिक्षक उमाकांत सिंह, भूतपूर्व सैनिक मंकेश्वर प्रसाद ने अपने विचारों को रखा. कार्यक्रम में शिक्षा समिति के सचिव प्रेम कुमार मुखिया मौजूद थे.