गौनाहा : वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के मंगुराहा रेंज के समीप मनी टोला गांव में ग्रामीणों की एकजुटता और उनके शोर मचाना काम आ गया और गांव में घुसने का प्रयास कर रहा बाघ दिशा बदलकर बाहर की ओर भाग निकला. इस क्रम में बाघ समीप के पुल के नीचे पंडई नदी में घुस गया. हालांकि जंगल से बाघ के निकलने और ग्रामीण इलाके में उसकी चहलकदमी से मनी टोला सहित आस-पास के गांवों में दहशत का माहौल हो गया है.
यह जानकारी ग्रामीण सुरेश यादव, मणिकांत यादव, जय नारायण यादव, सुरेश साह, पारस साह, राम पुकार यादव, धनराज यादव, छोटन श्रीवास्तव आदि लोगों ने दी. इनलोगों ने बताया कि मंगलवार को सुबह के 6 बजे मनी टोला गांव में बाघ आ धमका. बताते हैं कि जैसे ही बाघ गांव में घुसना चाहा कि ग्रामीणों ने शोर मचाया और यह सुनकर ग्रामीण एकजुट होकर लगातार शोर मचाने लगे.
परिणामस्वरूप ग्रामीणों की जोर-जोर की आवाज सुनकर बाघ ने अपनी दिशा ही बदल डाली. वही गौनाहा निवासी योगेन्द्र पहलवान ने बताया कि सुबह में वे जिम करने जा रहे थे. उसी समय ब्लॉक के पीछे जिम के बगल में बाघ को खड़ा देखा.
उसको देख उन्होंने शोर मचाया. लोग इकट्ठा हुए तो बाघ धीरे-धीरे पंडई पुल के पास पंडई नदी में चला गया. इस संबंध में पूछे जाने पर वन क्षेत्र पदाधिकारी सुनील कुमार पाठक ने बताया कि बाघ निकलने की सूचना मिली है. इसके बाद वनकर्मियों की टीम को वहां लगा दिया गया है. वनकर्मी बाघ का पगमार्ग का मुआयना कर उसे जंगल की तरफ भगा रहे हैं.