वामपंथी संगठनों ने इसे बताया जनतांत्रिक अधिकारों पर हमला
बेतिया :स्थानीय राजड्योढ़ी तांगा स्टैंड के समीप बुधवार को उस समय तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गयी, जब वामपंथियों के प्रतिरोध मार्च को पुलिस ने रोक दिया. हालांकि, बाद में वामपंथियों की ओर से प्रतिरोध मार्च नहीं निकालते हुए उसे प्रतिरोध सभा में तब्दील कर दिया गया. वामपंथियों ने इसे जनतान्त्रिक अधिकारों पर हमला बताया.
हुआ यह कि आज जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के विरोध में सीपीएम एवं सीपीआई की ओर से राजडयोढ़ी स्थिति तांगा स्टैंड चंद्रशेखर आजाद के प्रतिमा स्थल से प्रतिरोध मार्च निकालना था. प्रतिरोध मार्च में शामिल होने के लिए नेता उक्त स्थल पर पहुंच गये थे. अभी प्रतिरोध मार्च निकालने की तैयारी हो ही रही थी कि नगर थानाध्यक्ष श्रीराम सिंह के नेतृत्व में पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस जवान वहां पहुंच गये.
थानाध्यक्ष ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वरीय पदाधिकारियों ने किसी भी प्रकार के जुलूस को निकालने पर रोक लगा दी है. ऐसी परिस्थिति में आपलोगों को प्रतिरोध मार्च निकालना उचित नहीं हैं. थानाध्यक्ष के इतना कहते ही मार्च में शामिल होने आये लोगों ने आपत्ति जतायी और कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से हमारे विरोध मार्च को प्रशासन जबरन रोकना चाहती है.
मार्च में शामिल वामदल के लोगों द्वारा जुलूस निकालने पर अड़ जाने के बाद तनावग्रस्त स्थिति बन जाने पर मार्च को सभा में बदल दिया गया. प्रतिरोध सभा को सीपीएम राज्य सचिवमंडल सदस्य प्रभुराज नारायण राव, सीपीआई जिला सचिव ओम प्रकाश क्रान्ति, चांदसी प्रसाद यादव, योगेंद्र शर्मा, म. हनीफ, शंकर कुमार राव, राधा मोहन यादव, सुनील यादव, सुशील श्रीवास्तव, जयन्त कांत द्विवेदी, सुबोध प्रसाद, बीके नरुला, म. वहीद, हरेंद्र दूबे, अनवार अली, सहीम, राजेश तिवारी आदि भाग लिये.