बेतिया : शहर के राजड्योढ़ी में शुक्रवार की देर रात लगी भीषण आग में 15 दुकानें जलकर राख हो गयीं. वहीं सैलून की दुकान में सो रहा संचालक जिंदा जल गया. राख के मलबे से उसका जला हुआ शव बरामद किया गया. उसकी पहचान मझौलिया के सतभिरवा गांव के सनेश ठाकुर (22) के रूप में की गयी है.
इधर, आग लगने की सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड की चार गाड़ियां पूरी रात रेस्क्यू में जुटी रहीं. स्थानीय लोग भी सहयोग में लगे रहे, लेकिन आग इतनी जबरदस्त थी कि उसके आगे फायर बिग्रेड कर्मियों की एक भी नहीं चली.
आग विकराल होती रही. नतीजा दूसरे दिन की दोपहर तक आग पर पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका. इस दौरान सिलेंडर ब्लास्ट करने से एक मकान की छत भी उड़ गयी. अगलगी में करीब डेढ़ करोड़ की क्षति बताई जा रही है. आग कैसे लगी इस बारे में अभी तक खुलासा नहीं हो सका है. कुछ लोग इसे शार्ट सर्किट बता रहे हैं.
कुछ लोगों का कहना है कि सैलून में मच्छर भगाने के लिए जलाये गये क्वॉयल से आग पकड़ी. देखते ही देखते 15 दुकानों को अपने आगोश में ले लिया. इस घटना में दीपक रजगढ़िया का एक करोड़ रुपये का उषा कंपनी का सामान जलकर राख हो गया. वहीं रवि स्टील की 25-30 लाख रुपये की संपत्ति जलकर राख हो गयी है. बेतिया सदर के अंचलाधिकारी रघुवर प्रसाद ने घटना का जायजा लिया.
उन्होंने बताया कि मझौलिया थाने के सतभिरवा ग्राम निवासी अरूश ठाकुर के पुत्र सनेश ठाकुर अपने सैलून में सोया हुआ था. उसकी आग में झुलसने से मौत हो गयी. शव को नगर पुलिस ने पोस्टर्माटम करा परिजनों को सौंप दिया. इधर, दूसरे दिन दोपहर तक फायर ब्रिगेड की टीम आग को बुझाने में जुटी रही.