सुबह 9.19 बजे से भद्रा का योग
गुरुवार को मनाया जायेगा होली का पर्व
खरीदारी के संग बाजारों में बढ़ी रौनक
बेतिया : चैत्र कृष्ण पक्ष प्रतिपदा यानी 21 मार्च गुरुवार को होली का पर्व मनाया जायेगा. जबकि होलिका कल यानि बुधवार को जलाई जायेगी. ज्योतिषाचार्यों की माने तो 20 मार्च को रात 8.12 बजे के बाद होलिका जलाने का मुहर्त है. होलिका दहन के बाद अगले दिन गुरुवार को पूरे हर्षोल्लास के साथ रंगों का पर्व होली मनाया जायेगा. इस दिन लोग अबीर गुलाल लगाकर एक दूसरे को पर्व की शुभकामनाएं देंगे.
उत्थान ज्योतिष संस्थान के निदेशक ज्योतिर्विद पं दिवाकर त्रिपाठी ने बताया कि 14 मार्च से होलाष्टक शुरू हो गया था. इससे वैवाहिक कार्यों पर ब्रेक लगा हुआ है. अब 20 मार्च दिन बुधवार को दिन में 9:19 बजे के बाद पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ हो जाएगी. हालांकि पूर्णिमा तिथि प्रारंभ होने के साथ ही भद्रा भी प्रारंभ हो जाएगी. इस वर्ष भद्रा की छाया 20 मार्च दिन बुधवार को दिन में 9 बजकर 19 मिनट से रात में 8 बजकर 12 मिनट तक विद्यमान रहेगी.
फलस्वरूप होलिका दहन में धर्मशास्त्रीय मान्यताओं का अनुपालन करते हुए 20 मार्च की रात भद्रा समाप्ति रात 8:12 बजे के बाद होलिका दहन किया जाएगा. इस दौरान ॐ होलिकायै नमः का जप करते हुए ढ़ूंढा राक्षसी का विधिवत पूजन कर दहन किया जायेगा. जबकि 21 मार्च दिन गुरुवार को चैत्र कृष्ण पक्ष प्रतिपदा सुबह 07:02 बजे से प्रारंभ होकर इसी दिन शाम को 4:58 बजे तक ही रहेगी. इस दिन होली मनाया जायेगा.