बेतिया : विगत दो फरवरी की रात शहर के कोतवाली चौक से चार लाख के भारतीय जाली नोट की जब्ती और एक तस्कर की गिरफ्तारी मामले में एनआईए की टीम एक बार फिर बेतिया पहुंची है. लखनउ एनआईए के डीएसपी व मामले के मुख्य अनुसंधानकर्ता बालेंदु पांडेय के नेतृत्व में पहुंची एनआईए की टीम ने गुरुवार को इस मामले में नगर थाना में पहुंचकर दर्ज केस में अब तक हुई कार्रवाई की जानकारी ली.
सूत्रों की माने तो एनआईए जाली नोट मामले में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के कनेक्शन की जांच कर रही है. पूर्व में गिरफ्तार जुलकर से हुई पूछताछ में टीम को अहम जानकारी मिली है.
एनआईए की टीम ने कांड के अनुसंधानक संजय कुमार और तत्कालीन थानाध्यक्ष नित्यानंद चौहान से भी इससे जुड़े कई तथ्यों की जानकारी ली. केस की प्रगति के बावत छानबीन की. इसके बाद टीम पूर्व थानाध्यक्ष नित्यानंद चौहान और कांड के आईओ के साथ जाली नोट बरामद्गी स्थल कोतवाली चौक पहुंची.
यहां लोगों से भी पूछताछ की. एनआईए की टीम ने तस्कर के पास से जब्त सेलफोन के बावत भी जानकारी ली. बताया जाता है कि 5 सदस्यीय एनआईए की टीम में दो इंस्पेक्टर भी शामिल है. बता दें कि नोट जब्ती के दो दिन के बाद एनआईए की टीम बेतिया आई थी और मामले की छानबीन की थी.
उस समय टीम इस मामले में दर्ज एफआईआर की प्रति अपने साथ ले गई थी. पुलिस सूत्रों की मानें तो जाली नोट तस्करी के मामले में कई एनआईए के रडार पर है. जाली नोट के साथ गिरफ्तार तस्कर को महज एक कुरियर माना जा रहा है. इस सिंडिकेट में कौन-कौन लोग शामिल है, एनआईए की टीम उसके करीब पहुंचने की कोशिश कर रही है. नोटबंदी के बाद बड़ी मात्रा में जाली नोट की जब्ती को पुलिस के साथ-साथ एनआईए भी काफी गंभीरता से ले रही है.
पुलिस सूत्रों की मानें तो जाली नोट के साथ गिरफ्तार तस्कर को एनआईए रिमांड पर ले सकती है. इसके लिए तैयारी शुरू करने की बात कही जा रही है. उल्लेखनीय है कि विगत दो फरवरी को गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस अधीक्षक जयंतकांत के नेतृत्व में बनी टीम ने जाली नोट के तस्कर को शहर के कोतवाली चौक के समीप से चार लाख के भारतीय जाली नोट के साथ गिरफ्तार किया था.
सभी नोट 2000 के थे. गिरफ्तार तस्कर पश्चिम बंगाल के माल्दा जिलांतर्गत वोस्टनगर थाना के कुंभीरा निवासी जुलकर शेख को जेल भेज दिया गया है. वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में बेतिया मंडल कारा में है.