किसलय ने मांगी थी 10 लाख रंगदारी
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मातुल्या मैचिंग सेंटर के मालिक से रंगदारी मांगने के मामले में खुलासा
किसलय ने मांगी थी 10 लाख रंगदारी मीना बाजार मेन रोड स्थित मातुल्या मैचिंग सेंटर पर हमले के बाद मांगी गयी रंगदारी मामले में मुजफ्फरपुर के किशलय का नाम सामने आया है. इसका खुलासा सहयोगी तुरकौलिया के रघुनाथपुर के पप्पू सोनार की िगरफ्तारी के बाद हुआ है. पुलिस उसकी तलाश में जुट गयी है. मोतिहारी […]
मीना बाजार मेन रोड स्थित मातुल्या मैचिंग सेंटर पर हमले के बाद मांगी गयी रंगदारी मामले में मुजफ्फरपुर के किशलय का नाम सामने आया है. इसका खुलासा सहयोगी तुरकौलिया के रघुनाथपुर के पप्पू सोनार की िगरफ्तारी के बाद हुआ है. पुलिस उसकी तलाश में जुट गयी है.
मोतिहारी : मुजफ्फरपुर का अपराधी कृष्णा उर्फ किशलय सिंह ने शहर के मीना बाजार मेन रोड स्थित मातुल्या मैचिंग सेंटर के मालिक अमित कुमार से दस लाख की रंगदारी मांगी थी. व्यवसायी का मोबाइल नंबर तुरकौलिया रघुनाथपुर के पप्पू सोनार ने उसको उपलब्ध कराया था. नगर पुलिस ने रंगदारी में प्रयुक्त मोबाइल व सिमकार्ड के साथ बुधवार की शाम पप्पू सोनार को गिरफ्तार किया तो घटना का परत दर परत खुलासा होते चला गया.
पप्पू के खुलासे पर नगर पुलिस की एक टीम ने किशलय को पकड़ने के लिए मुजफ्फरपुर में छापेमारी की, लेकिन इससे पहले वह अपना ठिकाना बदल चुका था. पुलिस ने बताया कि किशलय वही है, जिसने वर्ष 2014 रक्सौल से रेलवे के गार्ड का फिरौती के लिए अपहरण किया था. अपहरण की घटना में पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
जमानत पर छुटकर फिर से आपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहा है. उस पर मुजफ्फरपुर के विभिन्न थानों में दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं. मोतिहारी पुलिस उसको पकड़ने के लिए मुजफ्फरपुर के सदर थाना पहुंची तो उसका नाम सुनते ही सदर थाना की पुलिस सकते में आ गयी, क्योंकि मुजफ्फरपुर पुलिस भी उसको तलाश कर रही है. किशलय मूल रूप से बेगूसराय का रहने वाला है. उसकी मां अधिवक्ता है, जबकि पिता की मौत हो चुकी है.
बमबारी के बाद मांगी रंगदारी
शहर में मातुल्या मैचिंग सेंटर पर बम व गोलीबारी की घटना के बाद पप्पू ने रंगदारी मांगने का प्लान बनाया. इसके लिए उसने किशलय से संपर्क किया. 28 मार्च को किशलय मोतिहारी पहुंचा. पप्पू ने उसको व्यवसायी का मोबाइल नंबर दिया और कहा कि दस लाख की रंगदारी मांगों, व्यवसायी अभी दहशत में हैं. पैसा आसानी से मिल जायेगा.
पप्पू पहले गोल्ड की करता था तस्करी
गिरफ्तार पप्पू सोनार का आपराधिक इतिहास भी काफी लंबा है. रंगदारी व लूटपाट से पहले वह सोने की तस्करी करता था. वर्ष 2003 में सुगौली जीआरपी ने लाखों के सोना के साथ उसको गिरफ्तार किया था, उसके बाद कस्टम पुलिस को हैंड ओवर कर दिया था. उसने बताया कि फूफा के साथ मिलकर सोना की तस्करी करता था. उसके फूफा आभूषण व्यवसायी है.
सीरियल विस्फोट में किया था लाइनिंग
शहर के मेन रोड में सीरियल बम ब्लास्ट व मैचिंग सेंटर में गोलीबारी में पप्पू सोनार लाइनर था. वह नाका एक के पास पुलिस की गतिविधि को वाच कर रहा था. यह खुलासा उसने पूछताछ में किया है. उसने पुलिस को बताया है कि शमशाद के कहने पर उसने लाइनर का काम किया था. पुलिस शमशाद व ब्रजकिशोर साह को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. वहीं, बेतिया का विजय व रामगढ़वा का बदमाश फरार है.
पप्पू सोनार ने किया खुलासा, गिरफ्तारी को ले मुजफ्फरपुर में छापेमारी
एक सिम का दो मोबाइल में इस्तेमाल
पुलिस के अनुसार, पप्पू व किशलय ने मिलकर एक सिम का दो मोबाइल में इस्तेमाल कर व्यवसायी से दस लाख की रंगदारी मांगी. पहले बलुआ चौक स्थित मोबाइल टावर लोकेशन से व्यवसायी के पास रंगदारी के लिए फोन किया. वहां से रिक्शा पकड़ दोनों अंबीका नगर पहुंचे. वहां से भी रंगदारी के लिए फोन किया. उसके बाद सिंघिया गुमटी पर बस पकड़ने से पहले फोन किया. बस में बैठ सुगौली जाने पर फिर फोन कर रंगदारी मांगते हुए धमकी दी.
रमेश के घर आता-जाता था किशलय
मुजफ्फरपुर बम कांड में मारे गये मोतिहारी ठाकुरवाड़ी मोहल्ला के रमेश श्रीवास्तव के घर किशलय आता था. रमेश के घर पर पप्पू सोनार का भी आना-जाना था. वहीं पर पप्पू व किशयल की जान पहचान हुई. रमेश की मौत के बाद किशयल जब भी मोतिहारी आता था तो पप्पू के रघुनाथपुर स्थित घर पर रुकता था.
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