मोतिहारी : हरसिद्धि थाने के दारोगा रामदेव प्रसाद व बिचौलिया सरपंच विरेंद्र महतो पकड़े गये. सोशल मीडिया पर दारोगा का रिश्वत लेते वीडियो वायरल हुआ था. एसपी नवीनचंद्र झा ने दारोगा के साथ-साथ बिचौलिया सरपंच सहित रिश्वत देने वाले दिनेश साह पर एफआइआर दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने का निर्देश दिया.
थानाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार ने सरपंच और दारोगा को कस्टडी में ले लिया. लौकरिया के विरेंद्र घिउवाढाड़ पंचायत के सरपंच है. एसपी ने बताया कि रिश्वतखोरी के आरोप में कस्टडी में लिए गये दारोगा व बिचौलिया सरपंच को न्यायिक हिरासत में भेजा जायेगा.
अनुसंधान की जिम्मेवारी अरेराज डीएसपी ज्योति प्रकाश को दी गयी है. जानकारी के अनुसार, लौकरिया गांव के मोहन साह व दिनेश साह के बीच मारपीट हुई थी. एक तरफ से आशा देवी व दुसरा दिनेश ने एफआइआर दर्ज कराया था. दोनों केस के अनुसंधाकर्ता दारोगा रामदेव प्रसाद थे. दिनेश कांड संख्या 3/20 में मदद करने के लिए सरपंच को लेकर दारोगा के घर पर गये.
केस में मदद करने के लिए सरपंच के माध्यम से दिनेश ने दारोगा से बातचीत की. दिनेश से पैसा लेकर सरपंच ने दारोगा के बिस्तर के नीचे रख दिया. इसका किसी ने विडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. सोमवार सुबह से जिले के तमाम व्हाटसएप ग्रुप पर यह विडियो तेजी से वायरल होने लगा. जिसके बाद एसपी ने दारोगा सहित बिचौलिया व रिश्वत देने वाले पर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया. साथ ही दारोगा रामदेव प्रसाद को उन्होंने निलम्बित कर दिया है. बताते चले कि रिश्वतखोर दारोगा नालंदा जिले के इस्लामपुर थाने के खोरनपुर गांव के रहने वाले है.
दारोगा का कहना है कि कलम में ताकत होगी तो पैसा खूद आयेगा
विडियो में दारोगा रामदेव प्रसाद कह रहे है कि हम पैसा के पीछे दीवाना नहीं बनते. हमारे कलम में ताकत है. लोग खुद पैसा पहुंचा जायेंगे. इस तरह के केस में कही पैसा मांगा जाता है. लोग खूद आकर पहुंचा जाते है. नहीं लेने पर लोग पॉकेट में जबर्दस्ती रख जायेंगे. दारोगा ने एक विभागीय परिचित द्वारा रिश्वत लेने का ट्रिक भी बता रहे है.