मंगल सेमिनरी छात्रावास में अगलगी का मामला
दोहन के लिए पेंशन पुस्तिका भी जलायी गयी
बगल के कमरे की सुरक्षा बढ़ाने को लेकर निर्देश
मोतिहारी : पूर्वी चंपारण शिक्षा विभाग का कार्यालय फर्जीवाड़े के खेल में इस कदर डूब गया है कि अधिकारियों के निर्देश का पालन भी नहीं होता. तथाकथित दबंग कर्मी स्थानांतरण व संचिका तबादला निर्देश का उल्लंघन कर एक ही फाइल पर कुंडली मार बैठे हुए हैं.
शिक्षक बहाली की निगरानी जांच चल रही है. करीब 2200 शिक्षकों का फोल्डर नहीं मिल रहा है. इसी सब का साक्ष्य छुपाने की साजिश का नतीजा है मंगल सेमिनरी छात्रावास अग्निकांड. जांच टीम के अधिकारी वरीय उपसमाहर्ता आरके लाल व सदर एसडीओ प्रियरंजन राजू ने लंबी जांच व समीक्षा के बाद अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि मंगल सेमिनरी छात्रावास की घटना मानव जनित है, जो जांच से बचने के लिए संचिका जलाने की साजिश है.
कहा गया है कि 34540 शिक्षकों की बहाली हुई. कुछ का जिला स्थानांतरण हुआ. कागजात फर्जी था. ऐसे में निगरानी से पकड़े जाने का भय भी सता रहा था. ऐसे में गलत कृत्य को छुपाने के लिए आग लगाने की साजिश की गयी. रिपोर्ट में कहा गया है कि खिड़की खोल कर आग लगाने व्यक्ति महत्वकांक्षा को दर्शाता है.
