मोतिहारी : सरकार भले ही चिकित्सीय सेवा मजबूत करने के लिए कई योजनाएं बना रही है और मास्टर प्लान बनाकर उसे लागू कर रही है. लेकिन उसका अनुपालन कितना होता है और सदर अस्पताल के चिकित्सक व कर्मी कितनी गंभीरता से मरीजों की देखभाल व इलाज करते हैं, सदर अस्पताल में महीनों से बंद पड़े अल्ट्रासाउंड को देख सहज अनुमान लगाया जा सकता है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगमन को लेकर आनन-फानन में उसे चालू कर दिया गया. जाने के साथ फिर से बंद कर दिया जाता है. जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री यात्रा के दौरान अस्पताल में विभाग के प्रधान सचिव डॉ संजय कुमार के आने की सूचना जैसे ही चिकित्सकों व चिकित्सीय पदाधिकारियों को मिली, आनन-फानन में बंद अल्ट्रासाउंड को खोल दिया गया और सबकुछ ठीक बताया गया.
गुरुवार को जैसे ही जिले से मुख्यमंत्री सहित अधिकारियों का काफिला यहां से रवाना हुआ. इसके बाद अल्ट्रासाउंड को चिकित्सकों का अभाव बताते हुये बंद कर दिया गया. अल्ट्रासाउंड चालू होने की सूचना पर मरीज तो गये लेकिन बंद पाये जाने पर फिर निराश हो वापस लौट गये.
लोगों ने अस्पताल की चिकित्सीय सेवा पर कई तरह के सवाल खड़े किये हैं और इस मामले की जांच कराने की मांग की है. यहां बता दें कि कई महीनों से अस्पताल का अल्ट्रासाउंड बदं था, जिसे चार दिसंबर को खोला गया था. इधर, सिविल सर्जन डॉ मो. रिजवान अहमद ने बताया कि शिकायतें मिलीं हैं, कार्रवाई की जायेगी.