उत्तर बिहार की पहली उर्दू ई-लाइब्रेरी
छात्रों का डिजिटल इंडिया का सपना होगा साकार
अध्ययन के लिए भटकने की नहीं पड़ेगी जरूरत
प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडियाका सपना होगा साकार
मोतिहारी : गणित सूत्र समझ नहीं आते, फिजिक्स सिर के ऊपर से गुजर जाता है और बायो की एक क्लास मिस होने की वजह से परेशान हैं, तो अब चिंता की कोई बात नहीं है. इस समस्या का समाधान 15 दिनों के अंदर होने वाला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिजिटल इंडिया कल्पना को साकार करते हुए जिला मुख्यालय मोतिहारी मेन रोड में स्थित एेतिहासिक उर्दू लाइब्ररी में ई-लाइब्रेरी शुरू होने जा रही है.
ई-लाइब्रेरी पर भौतिकी, रसायन एवं जीव विज्ञान समेत गणित के प्रयोग समेत सभी तरह के साहित्य,अखबारात, रेसाला व मैग्जीन का समृद्ध दुनिया है. बस एक क्लिक पर कोई भी शख्स इसका लाभ उठा सकता हैं. इसके लिए युद्ध स्तर पर कार्रवाई शुरू कर दी गयी है. लाइब्रेरी को बेहतर ढंग से सजाया जा रहा है और उसका आकर्षक लुक दिया जा रहा है. बताया गया है कि यह लाइब्ररी उत्तर बिहार की पहली ई-लाइब्ररी होगी.
ये मिलेंगी सुविधाएं : लाइब्रेरी के सचिव सैयद साजिद हुसैन ने बताया कि वेबसाइट पर ई-लाइब्रेरी लिंक दिया रहेगा. इस पर क्लिक करते ही नया पेज खुल जायेगा, जिस पर आनलाइन लैब, ई-सीबीएसई पोर्टल, ई-पाठशाला, सीबीएसई सिलेबस, परीक्षा सामग्री, शब्दकोश, इसरो पोर्टल, स्वयं, प्रेस रीडर, ई-बस्ता, नेशनल जियो किड्स आइकॉन दिखाई देंगे.
ऑडियो-वीडियो से कर सकेंगे पढ़ाई
कई बार छात्र किसी विषय या विशेष टॉपिक को लेकर भ्रमित हो जाते हैं. उन्हें समझ नहीं आता कि कहां विषय संबंधी उचित सामग्री पढ़ने को मिलेगी. इसे ध्यान में रखते हुए ई-लाइब्रेरी पर पर्याप्त सामग्री उपलब्ध करायी जाएगी. यहां भौतिकी, रसायन, गणित और जीव विज्ञान की ऑनलाइन लैब उपलब्ध रहेगा, जिसमें विभिन्न वीडियो, व्याख्या के जरिये प्रयोगशाला के प्रत्येक चरण को विस्तृत तरीके से समझाया जा सकेगा. परीक्षा की तैयारी कैसे करें छात्रों को समझाया जायेगा.