मोतिहारी : सुखजीत ने पुलिस को बताया है कि उसने प्रिंस के अपहरण का दो बार प्रयास किया था, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली. सोमवार को प्रिंस स्कूल से आ रहा था तो रास्ते में रोक सुखजीत ने कहा कि घर से गेंद लेकर स्कूल में आओ, खेला जायेगा. वह घर से गेंद लेकर गया, जहां सुखजीत ने स्कूल के कमरे में ले जाकर उसका हाथ-पैर व मुंह बांध दिया. इसकी सूचना अपने दोस्त सत्यम व सुरज को दी. कहा कि प्रिंस का अपहरण कर लिए. फर्जी नाम के सिम से उसके परिजन के पास फोन कर दस लाख की फिरौती मांगो.
उसने यह भी बताया है कि गांव में हो-हल्ला के बाद प्रिंस के परिजन उसके घर आकर पूछताछ करने लगे. पकड़े जाने की डर से स्कूल में जाकर तार से प्रिंस का गला घोंट हत्या कर दी. प्रिंस के हत्या की खबर उसने दोनों दोस्तों को फोन कर दी. यही बात सत्यम ने भी अपने स्वीकारोक्ति बयान में पुलिस को बताया है. दोनों को खाने-पीने व मौज-मस्ती करने की आदत थी. इसके लिए उनके पास पैसा नहीं था. पैसे की खातिर ही तीनों दोस्तों ने मिलकर प्रिंस के अपहरण की साजिश रची, उसके बाद अपहरण कर उसकी हत्या कर दी.