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नियोजन इकाई पर निगरानी का शिकंजा

निगरानी ने जिप व निकाय नियोजन इकाई को भेजा पत्र पटना निगरानी की टीम भी जांच में हुई सक्रिय मोतिहारी : शिक्षक नियोजन में फर्जीवाड़ा की जांच कर रही निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की नजर नियोजन इकाई टीम व विभाग के नियोजन संचिकाओं के कस्टोडियन पर है. अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने जांच में आड़े आ […]

निगरानी ने जिप व निकाय नियोजन इकाई को भेजा पत्र

पटना निगरानी की टीम भी जांच में हुई सक्रिय
मोतिहारी : शिक्षक नियोजन में फर्जीवाड़ा की जांच कर रही निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की नजर नियोजन इकाई टीम व विभाग के नियोजन संचिकाओं के कस्टोडियन पर है. अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने जांच में आड़े आ रही फोल्डर फाइल नहीं मिलने के बाद संबंधित नियोजन इकाई व कर्मचारियों की कुंडली खंगालने की तैयारी शुरू कर दी है.
निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की पटना कार्यालय ने इस संबंध में जिला शिक्षा स्थापना कार्यालय सहित जिप व निकाय के नियोजन कार्यालय से संपर्क साधा है. जिसमें तय समय सीमा के भीतर मांगी गयी फोल्डर फाइल व कस्टोडियन से संबंधित विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. बताया कि जांच में सहयोग नहीं करने एवं साक्ष्य छुपाने के लिए संबंधित पदाधिकारी को दोषी मानते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
पटना निगरानी कार्यालय से जारी पत्र में कहा गया है कि उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में नियोजित शिक्षकों के शैक्षणिक व अप्रशैक्षणिक प्रमाणपत्र की जांच के लिए नियोजन से संबंधित पूरा फोल्डर व कागजात उपलब्ध नहीं कराये जाने के कारण जांच प्रभावित हो रही है.
शिक्षा सहित अन्य नियोजन इकाई कार्यालय से इस संबंध में पूर्व में भी सूचना व अभिलेख की मांग की गयी. लेकिन सूचना के बाद भी कार्यालय द्वारा कुछ बिंदुओं पर स्पष्ट रूप से सूचना व अभिलेख उपलब्ध नहीं करायी गयी. जिसके फलस्वरूप निगरानी कांड के अनुसंधान पूर्ण करने में कठिनाई आ रही है.
2006 से मांगी संचिका के कस्टोडियन की जानकारी
निगरानी टीम ने वर्ष 2006 में हुई शिक्षक नियोजन के बाद से अबतक विभाग में तैनात रहे नियोजन संचिकाओं के कस्टोडियन पदाधिकारी सहित कर्मचारियों की सूची मांगी है. इनमें संबंधित कर्मचारी के नाम, पिता के नाम, उनका स्थायी पता, मोबाइल नंबर सहित तमाम जानकारी मांगी है. अगर इस बीच कस्टोडियन बदले गये तो कब से कब तक उनके कस्टडी में
नियोजन संबंधित संचिकाएं रही, वर्तमान में उनके पदस्थापन की स्थिति से जुड़ी तमाम जानकारी सहित कस्टोडियन नियुक्ति की आदेश कॉपी की स्व अभिप्रमाणित कागजात की प्रति के साथ स्पष्ट सूचना पटना निगरानी कार्यालय को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. स्पष्ट सूचना नहीं देने पर संबंधित अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
नियोजन इकाई के सदस्यों का भी मांगा खाका
शिक्षक नियोजन में प्रमुख भूमिका निभाने वाले नियोजन इकाई से संबंधित सदस्यों पर भी निगरानी की पैनी नजर है. नियोजन में हुई गड़बड़ी की जांच कर रही टीम ने जिन शिक्षकों का ससमय फोल्डर उपलब्ध नहीं कराने के फलस्वरूप दिनांक 19 सितंबर 2015 को प्राथमिकी दर्ज करायी थी. उक्त नियोजन मामले में शामिल पंचायत से लेकर जिप व निकाय से संबंधित नियोजन इकाई के सदस्यों की कुंडली की मांग की है. इनमें नियोजन इकाई के अध्यक्ष, सचिव सहित अन्य सदस्यों के पद नाम सहित उनका नाम, स्थायी पता व संपर्क नंबर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है.
करीब 23 सौ हजार फोल्डर निगरानी को नहीं मिले
जिले में हुई 15 हजार छह सौ 28 शिक्षकों के नियोजन का मामला है. जिसकी जांच निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम कर रही है. नियोजन के विरुद्ध कुल 13 हजार शिक्षकों का फोल्डर फाइल ही जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा निगरानी टीम को उपलब्ध करायी गयी है. शेष दो हजार फोल्डर फाइल अब भी नहीं मिला है. जानकारों की माने तो उपलब्ध करायी गयी 13 हजार फोल्डर फाइल भी पूरी तरह संधारित नहीं है. इनमें कई त्रुटियां है, बतायी जाती है कि 13 हजार फोल्डर फाइल में हजारों फोल्डर ऐसे है जिनमें संलग्न कागजात पर डीएओ का हस्ताक्षर से संबंधित कागजात गायब है. हालांकि जांच के दौरान सामने आयी गड़बड़ी के मामले में करीब 89 लोगों पर निगरानी टीम अबतक प्राथमिकी दर्ज करा चुकी है.

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