मोतिहारी : प्रमिला पर शनिवार की रात फिर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. कृष्णा से शादी के बाद वह पहले पति की मौत का गम धीरे-धीरे भूल रही थी, लेकिन अचानक शनिवार उसके लिए काल बनकर आया और कृष्णा को उससे छीन दूसरी बार उसकी मांग सूनी कर दी. कृष्णा के छोटे भाई हिरलाल ने बताया कि उसके बड़े भाई ललन की शादी मुफस्सिल थाना के सुरहां निवासी देवधारी प्रसाद की पुत्री प्रमिला से हुई थी. शादी के बाद ललन मजदूरी करने बेंगलुरु गया.
वहां वर्ष 2014 में ट्रक से कुचल उसकी मौत हो गयी. ललन की मौत के बाद प्रमीला सदमें रहने लगी. दोनों परिवार ने मिलकर फैसला किया कि कृष्णा से प्रमिला की शादी कर दी जाये. कृष्णा भी प्रमिला (भाभी) का हाथ थामने को तैयार हो गया. ललन की मौत के चार महीने बाद दोनों की शादी हुई. उसके बाद प्रमिला पहले पति की मौत के गम को धीरे-धीरे भुलने लगी, लेकिन भगवान को उसकी खुशी देखी नहीं गयी. कृष्णा को भी उससे हमेशा के लिए छीन लिया. उसने आगे बताया कि ललन से प्रमीला को कोई संतान नहीं था. कृष्णा से शादी के बाद एक बेटा व एक बेटी ने जन्म लिया. बेटा रौनक ढाई साल का है,
जबकि बेबी डेढ़ साल की है. उसके कंधे पर अब दो छोटे मासूम बच्चे की परवरिश का बोझ है. इधर हादसे के बाद घर सहित कृष्णा के गांव पकड़ीदयाल व ससुराल सुरहां में मातमी सन्नाटा व परिवार में कोहराम मच गया. हरेक जुबान भगवान को कोस रहा था.