मोतिहारी : संग्रामपुर प्रखंड के तत्कालीन बीआरपी के द्वारा पद का दुरुपयोग करते हुए बहन व पत्नी की कौन कहे अपनी साली को भी फर्जी कागजात तैयार कर शिक्षक बना दिया. इसके अलावा मनोज कुमार राम भी शिक्षक बने. यहीं नहीं पत्नी को प्रशिक्षित शिक्षक का वेतन भुगतान कराने में भी बीआरपी जयप्रकाश पांडेय ने सफलता पायी है.
अब श्री पांडेय को बीआरपी से हटा दिया गया है, जो प्रखंड शिक्षक उत्क्रमित मध्य विद्यालय प्रभु टोला के थे. फर्जीवाड़ा का खेल संबंधित स्कूल के प्रधानाध्यापक व पंचायत सचिव के मिलीभगत से हुआ है.
खेल में अपीलीय प्राधिकार का 2009 में फर्जी आदेश पत्र भी निर्गत किया गया है और मामले का भंडाफोड़ करनेवाले अरुण कुमार बीइओ को जान मारने की धमकी दी जा रही है. इसको ले श्री कुमार द्वारा बीइओ सहित अन्य अधिकारियों को पत्र लिखा गया है. मामले का खुलासा 2017 में हुआ है लेकिन वेतन निर्गत 2015 से हो रहा है.
मजे की बात यह है कि सीआरसी सबलपुर की मासिक बैठक में इन शिक्षकों का नाम नहीं है, जिससे स्पष्ट होता है कि फर्जीवाड़ा बैक डेटिंग में किया गया है. बीइओ ने आभा कुमारी एवं मनोज कुमार राम के फर्जी मास्टर डाटा एवं वेतन बिल पर्ची पर बीइओ व पंचायत सचिव का फर्जी हस्ताक्षर का स्थापना कार्यालय के भुगतान प्रभारी लिपिक से मिलकर वेतन भुगतान का आरोप लगाया है.
बीआरपी ने साली व बहन
को बनाया शिक्षक
पत्नी को प्रशिक्षित शिक्षक
का कराया भुगतान
वर्ष 2015 से वेतन का हो
रहा है उठाव
बीइओ ने अधिकारियों को लिखा पत्र
अब बीइओ को मिल रही
जान मारने की धमकी
स्कूल के प्रधान शिक्षक की भूमिका जांच के घेरे में
स्थापना कार्यालय का लिपिक भी संदेह के घेरे में
शिक्षक व पदस्थापित स्थान
आभा कुमारी-एनपीएस रमचुनिया पठ
निधि कुमारी-एनपीएस नुनिया टोली पंचभिड़वा
शिव प्रसाद साह-एनपीएस पंचभिड़वा
मनोज कुमार राम-एनपीएस श्यामपुर हरिजन टोली
फर्जी नियोजन व भुगतान की शिकायत मिली है. मामले में संबंधित शिक्षक व जिम्मेवार लोगों से स्पष्टीकरण की मांग की गयी है. मामला गंभीर है. इसकी जांच की जायेगी. दोषी पाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
इफ्तेखार अहमद, डीइओ, पूर्वी चंपारण