बक्सर. जिले में खान पान आधारित पंचकोसी परिक्रमा मेल नौ नवंबर से पहले पड़ाव अहिरौली से शुरू होगा. जिसका समापन पांचवें दिन चरित्रवन में लिट्टी चोखा के प्रसाद के बाद 13 नवंबर को समापन होगा. इसके साथ ही बसांव मठ से संत समाज का विदाई 14 नवंबर को होने के साथ ही संपन्न हो जायेगा. पंचकोसी मेला को लेकर पंचकोसी परिक्रमा समिति के द्वारा निरीक्षण करने के बाद जिला अधिकारी को आवश्यक सुविधा के लिए समिति ने पत्र दिया है. इसके साथ ही सुरक्षा को लेकर महिला पुलिस जवानों की तैनाती करने का अनुरोध किया गया है. परिक्रमा मेला के स्थलों का निरीक्षण करते हुए मेला के रोड, पानी, बिजली, चिकित्सा, पुरुष एवं महिला बल तथा सभी स्थलों से अतिक्रमण को हटाने की तत्काल व्यवस्था करने की मांग किया है. इसके साथ ही भभुअर के तालाब का व्यवस्था बहुत ही दयनीय है. क्योंकि जो पोखरा की खुदाई लघु सिंचाई विभाग द्वारा कराया गया है उस स्थल पर मेला लगता है. वहां पर इतना मिट्टी का ढेर हो गया है कि मेला लगाने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है. निवेदन यह है कि त्रेतायुग से चली आ रही पंचकोशी परिक्रमा मेला का आयोजन हर साल हो रहा है. इस साल पंचकोशी परिक्रमा का भेला की तिथि भी निर्धारित हो गई है.
पहला पड़ाव 9 नवंबर 2025 रविवार अहिरौली
पांचवां पड़ाव 13 नवंबर 2025 वृहस्पतिवार चरित्रवन बक्सर
दूसरा पड़ाव 10 नवंबर 2025 सोमवार नदांव
तीसरा पड़ाव 11 नवंबर 2025 मंगलवार भभुअरचौथा पड़ाव 12 नवंबर 2025 बुधवार बड़का नुआंव
छठा पड़ाव 14 नवंबर 2025 शुक्रवार संत विदाई समारोह आयोजित होगा. मेला में बिहार एवं उत्तर प्रदेश के काफी संख्या में भक्त लोग आते हैं. जिसमें काफी वृद्ध महिला, पुरुष एवं संत कर समागम होता है.
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