पटना / बक्सर : भारतीय लोक सेवा आयोग की परीक्षा में 2015 की टॉपर रही टीना डाबी बिहार के बक्सर जिले में प्रशिक्षु बनकर आ रही हैं. टीना जिले के चौसा इलाके के रामपुर पंचायत में ग्रामीण इलाके की समस्याओं और वहां की स्थितियों पर अध्ययन करते हुए प्रशिक्षण प्राप्त करेंगी. टीनासहित बक्सर की पौराणिक और ऐतिहासिक धरती पर भारत के तीस आइएएस अधिकारी पहुंचेंगे और अलग-अलग समूह में शामिल होकर जिले के कई पंचायतों में शिक्षा,कृषि, भूमि व स्वच्छताजैसे मुद्दों और परिस्थितियों पर अध्ययन करेंगे. इन तीस आइएएस अधिकारियों की टीम में सात महिला आइएएस भी शामिल हैं. इनके द्वारा जिले के गांवों में चलने वाले सरकारी और कल्याणकारी कार्यक्रमों को गहनता से देखा जायेगा.
जिलाधिकारी को देंगे अपनी रिपोर्ट
जानकारी के मुताबिक ग्रामीण इलाकों के सरकारी चिकित्सा व्यवस्था, बाल विकास परियोजना के कार्यक्रम, स्वास्थ्य कार्यक्रम को नजदीक से देखेंगे और जानेंगे. खासकर राज्य सरकार और केंद्र सरकार के विभागों द्वारा ग्रामीण इलाकों में चलाये जा रहे कार्यक्रमों की वस्तुस्थिति से अवगत होते हुए उसकी वर्तमान स्थिति को देखेंगे और अध्ययन करेंगे. जिले के प्रशासनिक सूत्रों की माने तो जिलाधिकारी द्वारा संबंधितप्रखंडोंऔर क्षेत्रों के पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये जा रहे हैं. जानकारी के मुताबिक टॉपर रहीं टीना डाबी चौसा की टीम में मुख्य भूमिका में रहेंगी वहीं उस टीम में विनय गोयल, राहुल देव, निहारिका गुप्ता और नितिन यादव के अलावा आलोक कुमार शामिल होंगे.
कोरान सराय पंचायत, नावानगर और इटाड़ी प्रखंड भी शामिल
जिले के डुमरांव प्रखंड के कोरान सराय पंचायत की टीम को महिला प्रशिक्षु अधिकारी हीना कुमार सुखना लीड करेंगी वहीं उनकी टीम में संदीप देवसराय पंडेल, अनुज स्वरूप, अमृता धवन, राजेश और अमित कुमार शामिल होंगे. पंचायत में चल रही योजनाओं का अध्ययन करेंगे. नावानगर में वंदांत ओझा को जिम्मेदारी सौंपी गयी है. उनकी टीम में प्रशिक्षु महिला अधिकारी इंदु जाखर, अश्विनी कुमार पांडेय, आशिष दहिया, महिला अधिकारी सोना सुमन के अलावा लक्ष्य शर्मा शामिल रहेंगे. एक टीम इटाढ़ी के उनवांस में भी रहेगी. उनवांस में विवेक कुमार, अनुराग चंद्र शर्मा, कृति सागर, अमन मित्तल, सम्राट देवल और पूनम की टीम योजनाओं को देखेगी. राजपुर प्रखंड में अमित पटेल, ज्ञानेंद्र कुमार, अशोक चरण, गर्दी पोट गंगपुत्रा, यसी, त्रिशिन और अजीत कुमार वर्मा की टीम जायेगी.
प्रशिक्षु अधिकारियों को सुनहरा मौक
यह टीम पांच नवंबर से 12 नवंबर तक जिले के विभिन्न प्रखंडों के विभिन्न पंचायतों में चल रहे सरकारी योजनाओं का अध्ययन करेगी. गुजरात कैडर के आइएएस अधिकारी और बिहार के रहने वाले डॉ. रणजीत कुमार सिंह का मानना है कि प्रशिक्षु आइएएस अधिकारियों के लिये बक्सर जिला और वहां के पंचायत अध्ययन के लिये माकूल जगह है. खासकर वहां इन अधिकारियों को योजनाओं की जमीनी जानकारी मिल पायेगी. ग्रामीणों से मुलाकात और पंचायतों में लोगों से सीधी बात इनके लिये काफी लाभप्रद सिद्ध होंगे. बक्सर पौराणिक महत्व के साथ ऐतिहासिक रूप से भी काफी समृद्ध जिला है. यहां पर प्रशिक्षु अधिकारी के रूप में कुछ समय गुजारना जिले के साथ-साथ अधिकारियों के लिये भी काफी बेहतर कहा जायेगा.