चक्की : मध्य विद्यालय लहना में वर्ग 6, 7 व 8 को छोड़ दें, तो बाकी सभी वर्गों के छात्र-छात्राएं बेंच व डेस्क के अभाव में जमीन पर बैठ कर पढ़ने को विवश हैं. गरमी के दिनों में तो जैसे-तैसे छात्र छात्राएं अपने घर से जुट का बोरा या सीमेंट की बोरी लाकर पढ़ाई पूरी कर लेते हैं,
लेकिन बरसात व ठंड के दिनों में जमीन पर बैठ कर पढ़ने से छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य पर कभी-कभी बुरा असर भी पड़ जाता है, जिसके कारण स्कूल के शिक्षकों को असहजता की स्थिति का सामना करना पड़ जाता है़
देर से मिलता है भोजन : मध्य विद्यालय लहना में प्रतिदिन बच्चों को दोपहर दो बजे के बाद ही खाना मिलता है़ रसोइयों की संख्या पर्याप्त न होने के कारण तथा स्कूल में नामांकित बच्चों की संख्या 1200 से ज्यादा होने के कारण भोजन बनते-बनते ही दो बज जाता है, जिसके कारण इन्हें लेट से भोजन मिलता है़
क्या कहते हैं प्रधानाध्यापक
इस संबंध में स्कूल के प्रधानाध्यापक धर्मराज प्रसाद पाल ने बताया कि स्कूल में वर्ष 2014 से ही विकास मद की राशि विभाग द्वारा नहीं भेजी गयी है, जिसके कारण पर्याप्त मात्रा में बेंच व डेस्क उपलब्ध नहीं है व छात्र-छात्राएं जमीन पर बैठ कर पढ़ने को विवश है़ं
पता ही नहीं चलता,सड़क है या गड्ढा
जलजमाव से कई मुहल्ले के लोग हैं परेशान
लोगों के घर से नहीं है जल निकासी का कोई साधन
बक्सर :स्टेशन रोड से चौसा जानेवाली सड़क को जोड़ते हुए सेंट्रल जेल तक जानेवाली ढलाई पइन सड़क पर विराट नगर के पास जलजमाव से बुरा हाल हो गया है़ पानी व गड्ढे से सड़क दिखाई ही नहीं दे रही है़ इस जगह विराट नगर के लोगों का घर का पानी सड़क पर ही गिरता है, जिससे सड़क पर ही जलजमाव रहता है.
इससे विराट नगर, वीर कुंवर सिंह कॉलोनी, विश्वामित्र कॉलोनी, टीचर कॉलोनी, आइटीआइ के पिछले हिस्से की हजारों की आबादी परेशान है. यह स्टेशन से इन मुहल्लों को जोड़नेवाली एक महत्वपूर्ण पीसीसी ढलाई सड़क है. जलजमाव की वजह से इन मुहल्लों के लोगों को अब लंबी दूरी तय कर मॉडल थाना या बड़ी नहर मार्ग से होकर जाना पड़ता है. इस मार्ग पर अनजाने में आने-जानेवाले लोग स्थानीय लोगों के साथ जिला प्रशासन को कोसते हैं.
क्या है कारण
स्टेशन रोड से जानेवाले पइन के एक तरफ नगर पर्षद द्वारा बड़ी आबादी को जोड़ते हुए पीसीसी ढलाई रोड का निर्माण कराया गया था. स्थानीय लोगों द्वारा पइन नाले का अतिक्रमण कर लिया गया है, जिसके कारण लोगों के घरों का पानी सीधे सड़क पर ही गिरता है. धीरे-धीरे यह भाग गड्ढे में तब्दील हो चुका है, जहां नाले के पानी गिरने से जलजमाव हो गया है.
बड़ी आबादी है परेशान
यह मार्ग विराट नगर, श्वेत नगर, वीर कुंवर सिंह मुहल्ला, शिक्षक कॉलोनी, विश्वामित्र कॉलोनी समेत एक बड़ी आबादी इस मार्ग से आती-जाती है, आज जलजमाव होने से परेशान है. इन मुहल्लों को बाजार एवं स्टेशन से जोड़ने का काम इसी रोड से होता है.
प्रशासनिक लोग हैं उदासीन
पइन मार्ग को इसकी महत्ता के आधार पर ढलाई किया गया था. प्रशासनिक उदासीनता की वजह से लोग अपने घरों के नाली को सड़कों पर खोल दिये हैं, जिस पर प्रशासनिक अंकुश नहीं है. यदि प्रशासनिक स्तर पर पहले की तरह ठोस पहल की जाये, तो समस्या का हल हो सकता है, लेकिन फिलहाल कोई इसे देखनेवाला नहीं है.