डुमरांव : गोकुल ग्राम विकसित करने के लिए शनिवार को पशु प्रजनन प्रक्षेत्र स्थिति गोकुल ग्राम स्थल पर शनिवार को प्रयोग कंसर्ट की सर्वेयर टीम ने जांच की, जिसमें विक्रम कुमार के साथ अरविंद कुमार, अमित कुमार के साथ स्थानीय पशुपालन विभाग के कर्मी संजय कुमार दूबे उपस्थित रहे. सर्वेयर टीम गोकुल ग्राम के अंतर्गत आनेवाली भूमि के चारों तरफ भ्रमण की. आसपास की जमीन का मुआयना किया. इस बाबत सर्वेयर टीम ने बताया कि गोकुल ग्राम का लैंड सर्वे कर जमीन की वस्तु स्थिति का रिपोर्ट विभाग को देने का निर्देश दिया गया है. इस दरम्यान बताया कि परिसर में कितने भवन जर्जर हैं, भवन की स्थिति क्या है,
गोकुल ग्राम का स्ट्रक्चर क्या होगा. इसकी रिपोर्ट तैयार कर देनी है. ताकि आगे की प्रक्रिया शुरू हो सके. क्या-क्या खाली कराना होगा, इस भूमि पर कितना कब्जा है इसकी भी जानकारी सर्वे टीम ने ली. टीम ने बताया कि भूमि की स्थिति को देखते हुए गोकुल ग्राम का डिजाइन बनाया जायेगा. बता दें कि 19 नवंबर, 2017 को (आठ माह पहले) गोकुल ग्राम का शिलान्यास बड़े धूमधाम से होनेवाला था. 18 करोड़ की राशि से तैयार की गयी प्रोजेक्ट गोकुल ग्राम योजना की नींव देने केंद्रीय व राज्य के पांच मंत्रियों का एक साथ कार्यक्रम तय हुआ था लेकिन शिलान्यास के दिन ही खबर मिली कि एक प्रशासनिक अधिकारी ने आत्महत्या कर ली है,
जिसके चलते शिलान्यास का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया. बता दें कि पशु प्रजनन प्रक्षेत्र की 95 एकड़ भूमि को अधिग्रहण कर इस प्रोजेक्ट के माध्यम से देशी नस्ल की गायों को संरक्षण व संवर्धन करने का प्लान है. इसके साथ ही दूध का उत्पादन बढ़ाने एवं गाय के गोबर से गैस प्लांट तथा गो-मूत्र से मेडिसिन बनाने की योजना तैयार की गयी है. पशुपालन पदाधिकारी डॉ मो. फतेज्जमा ने बताया कि गोकुल ग्राम योजना की प्रक्रिया अंतिम चरण में चल रही है. सर्वेयर टीम मिट्टी जांच, जमीन की लेबलिंग और चहारदीवारी को लेकर रिपोर्ट सौंपेगी. बहुत जल्द योजना धरातल पर दिखने लगेगा.