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बच्चों को कागजों में परोसा एमडीएम !

बंद और हड़ताल के दौरान भी शिक्षकों ने दिखायी दरियादिली, बच्चों को खिलाय मध्याह्न भोजन राजपुर में हैं 181 विद्यालय, जिनमें बना है मध्याह्न भोजन बक्सर : राजपुर में मध्याह्न भोजन के नाम पर अवकाश और हड़ताल के वक्त भी चावल का उठाव हुआ है. मध्याह्न भोजन पंजी के अनुसार बच्चों को इन दिनों भी […]

बंद और हड़ताल के दौरान भी शिक्षकों ने दिखायी दरियादिली, बच्चों को खिलाय मध्याह्न भोजन
राजपुर में हैं 181 विद्यालय, जिनमें बना है मध्याह्न भोजन
बक्सर : राजपुर में मध्याह्न भोजन के नाम पर अवकाश और हड़ताल के वक्त भी चावल का उठाव हुआ है. मध्याह्न भोजन पंजी के अनुसार बच्चों को इन दिनों भी खाना खिलाया गया है. शिक्षकों की दरियादिली अब उनके लिए गले का फांस बनती नजर आ रही है. राजपुर में बंद के दौरान 1370 क्विंटल चावल का उठाव हुआ है. यह चावल का आवंटन 181 विद्यालयों में किया गया है.
सच मानें, तो चावल के उठाव के बाद इनको बेच दिया गया है, लेकिन मध्याह्न भोजन की पंजी पर अधिकांश विद्यालयों में चावल की खपत को अंकित किया गया है. बच्चों का निवाला अधिकारियों, संवेदकों, कर्मचारियों एवं शिक्षकों की मिलीभगत से 1370 क्विंटल चावल का घपला हुआ है.
मामला 2015 से जुड़ा हुआ है. जांच को लेकर निदेशक मध्याह्न भोजन बिहार पटना ने इसकी जांच की जिम्मेदारी डीएम को सौंपी है. विदित हो कि प्रभात खबर ने रविवार को बक्सर प्रखंड के विद्यालयों में बनाये गये मध्याह्न भोजन की खबर को प्रकाशित किया था.
राजपुर में हैं 181 विद्यालय
राजपुर प्रखंड में 181 विद्यालय हैं, जहां हड़ताल और छुट्टी के दिनों में भी चावल का उठाव हुआ है. राजपुर प्रखंड में अकेले मैनुअल 1370 क्विंटल चावल का मध्याह्न भोजन के नाम पर उठाव कर विद्यालयों को वितरित किया गया है. लेकिन चावल का कोई अता पता नहीं है. इसका खुलासा तब हुआ, जब तत्कालीन डीईओ ओंकारनाथ सिंह ने डीपीओ मध्याह्न भोजन से चावल के मैनुअल उपावंटन को लेकर स्पष्टीकरण की मांग की थी.
गोदाम के उठाव से लेकर विद्यालय में पहुंचने तक वजन हुआ कम : मध्याह्न भोजन का चावल गोदाम से उठाव किया गया है, जिसे विद्यालयों में पहुंचाने की जवाबदेही संवेदक एवं बीआरपी मध्याह्न भोजन के जिम्में थी.
नाम न छापने की शर्त पर एक शिक्षक ने बताया कि चावल गोदाम से उठाव होने के बाद विद्यालय तक कुछ ही पहुंचा है और बाकी के चावल को बाजारों में बेच दिया गया है. विद्यालय के प्रधानाध्यापकों से पंजी पर जबर्दस्ती हस्ताक्षर कराया गया है, ताकि आंकड़ा का खेल सही रहे.
इन विद्यालयों में गड़बड़ी का है अंदेशा: एमएस अकबरपुर, एमएस बसही, पीएस महादेवपुर, एमएस कथरिया, पीएस भीखमपुरा, उर्दू एमएस बन्नी, एमएस रघुनाथपुर, पीएस तारनपुर, पीएस सैतपुर, पीएस सैथु आदि विद्यालयों में एमडीएम के चावल का घपला किया गया है, जिसकी जांच अब करनी की तैयारी विभाग द्वारा चल रही है.

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