बिहारशरीफ.
लहलहायी रबी फसलों पर कीटों से बचाव के लिए जब ड्रोन से कीटनाशी दवा एवं तरल उवर्रक का छिड़काव किया गया तो इस नजारे को देख रहे मौजूद किसान गदगद हो गये. दरअसल, कृषि विभाग एवं कृषि वैज्ञानिकों की टीम मंगलवार को जिले के राजकीय बीज गुणन प्रक्षेत्र गिरियक एवं एकंगरसराय पहुंची थी जहां चना प्रभेद सबौर चना 1 के फसल पर फली छेदक से बचाव के लिए किसानों को महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी और मौके पर ड्रोन से कीटनाशक का छिड़काव ड्रोन से कराया गया. इस दौरान किसानों की टीम भी साथ चल रही थी. टीम में शामिल 100 से अधिक किसानों का इन दोनों बीज गुणन प्रक्षेत्रों का टूर भी कराया गया. कृषि तकनीकों के प्रत्यक्षण और इसके फायदे से किसानों को रूबरू कराने के लिये जिला कृषि विभाग एवं इसकी अन्य अनुषंगी यूनिटें जिले के विभिन्न बीज गुणन प्रक्षेत्रों से लेकर निरंतर खेत खलिहानों तक पहुंच रही है. इस दौरान किसानों को कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं की न सिर्फ जानकारी दी जा रही है बल्कि उन्हें योजनाओं का फायदा लेने के लिए जागरूक कर फॉर्म भी ऑनलाइन माध्यम से भराया जा रहा है.ड्रोन की कृषि में उपयोगिता का समझा : इस कार्यक्रम में कृषकों में खासकर महिला कृषकों में काफी उत्साह देखा गया एवं ड्रोन की कृषि में उपयोगिता का समझा. इस मौके पर कृषकों को प्रशिक्षण भी दिया गया तथा ड्रोन से संबंधित सभी जानकारी उपलब्ध करायी गयी. कृषकों के द्वारा कृषि विभाग के इस योजना को सराहा भी गया. इस दौरान जिला कृषि पदाधिकारी राजीव कुमार, सहायक निदेशक प्रक्षेत्र विजेश कुमार, सहायक निदेशक पौधा संरक्षण संतोष कुमार, आत्मा के उप परियोजना निदेशक सह जिला विपणन पदाधिकारी अविनाश कुमार, राजगीर अनुमंडल कृषि पदाधिकारी राजेश कुमार, हिलसा अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, हिलसा सत्येंद्र कुमार, सहित प्रशिक्षु पदाधिकारी, कृषि समन्वयक, प्रखंड तकनीकी प्रबंधक, सहायक तकनीकी प्रबंधक, किसान सलाहकार आदि मौजूद थे.ड्रोन से छिड़काव के यह सभी फायदेकम समय में बड़े क्षेत्र में छिड़कावदूर से भी छिड़काव संभवसमय और श्रम की बचतछिड़काव लागत में कमीहानिकारक रसायनों से मानव संपर्क कमचुनौतीपूर्ण और संक्रमित क्षेत्रों में भी छिड़कावबिजली लाइनों के नीचे भी छिड़कावड्रोन से जल प्रबंधन में सुधारड्रोन से यह सभी अन्य फायदे भीफसल को कीटों के आक्रमण से बचावरोग और कीटों के स्तर की जांच व उपचार
खेतों की भौगोलिक स्थिति का आकलनपोषक तत्वों की कमी को ठीक करने में मदद
सिंचाई प्रणालियों में लीक की पहचानडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है