Bihar Kisan Yojana: राज्य सरकार ने कृषि क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाने की दिशा में दो महत्वपूर्ण योजनाओं—मुख्यमंत्री विश्व कृषि एआई जनरेटेड परिभ्रमण और मुख्यमंत्री ग्रामीण हाट विकास योजना की तैयारी शुरू कर दी है. इसके तहत किसानों को विदेश भेजकर उन्नत तकनीक का प्रशिक्षण दिलाया जाएगा, जबकि ग्रामीण हाटों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा. कृषि विभाग को इन योजनाओं का विस्तृत प्रस्ताव अगले पांच वर्षों को ध्यान में रखकर तैयार करने का निर्देश दिया गया है.
विदेश जाएंगे किसान, इस्राइल में सीखेंगे उन्नत खेती का मॉडल
सरकार ने विश्व कृषि परिभ्रमण योजना के तहत राज्य के किसानों को हर साल विदेश भेजने की तैयारी की है. विशेष तौर पर इस्राइल, जो आधुनिक सिंचाई और सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में दुनिया का अग्रणी देश माना जाता है, वहां बिहार के हर साल 40 किसानों का दल भेजा जाएगा. अगले पांच वर्षों तक यह कार्यक्रम जारी रहेगा.
किसान वहां सब्जी उत्पादन की नई तकनीक, जल प्रबंधन प्रणाली और उच्च उपज देने वाली विधियों को सीखेंगे. लौटकर ये किसान उसी तकनीक को बिहार में लागू करेंगे, जिससे प्रोडक्टिविटी और उत्पादन दोनों में बढ़ोतरी की उम्मीद है.
महिला किसानों पर विशेष फोकस, बदलेंगे ग्रामीण हाट
कृषि में महिलाओं की बढ़ती भूमिका को ध्यान में रखते हुए सरकार मुख्यमंत्री ग्रामीण हाट विकास योजना शुरू कर रही है. इसके तहत ग्रामीण हाटों को महिला–अनुकूल और आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा.
योजना के अनुसार ग्रामीण हाटों में आंतरिक सड़कों का निर्माण किया जाएगा. खुले और छज्जायुक्त प्लेटफॉर्म बनाए जाएंगे. शौचालय, बिजली और रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था होगी. अस्थायी भंडारण की सुविधा सुनिश्चित की जाएगी.सभी विभागों को मिलकर इसका विस्तृत मास्टर प्लान तैयार करने का निर्देश दिया गया है.
कृषि विभाग में बनेगा कंट्रोल एंड कमांड सेंटर
सरकार कृषि विभाग को तकनीकी रूप से और मजबूत बनाने पर भी काम कर रही है. इसी कड़ी में विभाग में एक कंट्रोल और कमांड सेंटर स्थापित किया जाएगा.
यह केंद्र सभी ऑनलाइन गतिविधियों की निगरानी करेगा और विभाग द्वारा संचालित सभी एप को एक प्लेटफॉर्म पर एकीकृत करेगा. इससे किसान संबंधित सेवाओं को और तेज, सुलभ और पारदर्शी बनाने में मदद मिलेगी.
खेती को नई ऊंचाई देने की तैयारी
सरकार की इन नई योजनाओं का सीधा उद्देश्य है, खेती को तकनीकी रूप से उन्नत बनाना, किसानों की आय बढ़ाना और सब्जी उत्पादन को अंतरराष्ट्रीय मानकों तक पहुंचाना. विदेशी प्रशिक्षण से लौटे किसान गांवों में नई तकनीक फैलाएंगे, जबकि आधुनिक हाट ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई गति देंगे.

