Bihar Elections 2025: (अनुज शर्मा, पटना) बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में महिलाएं अब किसी के साये में नहीं, बल्कि अपने दम पर चुनावी अखाड़े में उतर रही हैं. इस बार कुल 258 महिला उम्मीदवार मैदान में हैं. इनमें से कई उच्च शिक्षित, करोड़पति और प्रभावशाली पारिवारिक पृष्ठभूमि से आती हैं. कोई लंदन से लॉ की डिग्री लेकर लौटी हैं, तो कोई अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश के लिए मेडल जीत चुकी हैं. दिलचस्प बात यह है कि कई उम्मीदवारों की आय उनके पतियों से भी अधिक है.
शिक्षा में बाजी मार रहीं महिलाएं
अगर इस बार के चुनाव में “शिक्षित उम्मीदवारों” की सूची बने, तो उसमें महिलाओं के नाम सबसे ऊपर होंगे. जमुई से भाजपा उम्मीदवार श्रेयसी सिंह, जिन्होंने शूटिंग में देश का नाम रोशन किया है, दिल्ली के डीपीएस से पढ़ीं और फिर हंसराज कॉलेज से स्नातक की डिग्री ली. इसके बाद फरीदाबाद से एमबीए किया और अब जमुई की मौजूदा विधायक हैं.
नालंदा की अस्थावां सीट से जन सुराज पार्टी की उम्मीदवार लता सिंह सुप्रीम कोर्ट में वकालत करती हैं. वह पूर्व आईएएस और नीतीश कुमार के करीबी आरसीपी सिंह की बेटी हैं. वैशाली की लालगंज सीट से राजद उम्मीदवार शिवानी शुक्ला ने दिल्ली से स्कूली शिक्षा के बाद बेंगलुरु से लॉ की डिग्री और फिर लंदन की लीड्स यूनिवर्सिटी से मास्टर ऑफ लॉ किया है. वह पूर्व विधायक मुन्ना शुक्ला की बेटी हैं.
पटना की दीघा सीट से भाकपा-माले की दिव्या गौतम भी चर्चा में हैं. बीपीएससी की परीक्षा पहले ही प्रयास में पास करने के बाद उन्होंने नौकरी छोड़ दी. टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (TISS) से मास्टर्स, यूजीसी नेट और पीएचडी करने वाली दिव्या, अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की ममेरी बहन हैं.
वहीं मुजफ्फरपुर की गायघाट सीट से जदयू प्रत्याशी कोमल सिंह एमबीए हैं और टाटा समूह में काम कर चुकी हैं. उनके पिता जदयू के एमएलसी और मां वैशाली की सांसद वीणा देवी हैं. सबसे युवा उम्मीदवार 25 वर्षीय लोकगायिका मैथिली ठाकुर हैं, जो भाजपा से दरभंगा की अलीनगर सीट से चुनाव लड़ रही हैं.
पतियों और मंत्रियों से भी ज्यादा संपन्न महिलाएं
इस बार कई महिला उम्मीदवारों की संपत्ति और आय उनके पतियों और राजनीतिक दिग्गजों से ज्यादा है. मोकामा से राजद की वीणा देवी, जो बाहुबली अनंत सिंह की पत्नी हैं, करोड़पति हैं और उनकी सालाना आय 31 लाख रुपये है. यह आय मंत्री लेशी सिंह, पूर्व डिप्टी सीएम रेणु देवी और मंत्री शीला मंडल से भी अधिक है.
इमामगंज सीट से केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी की पुत्रवधू दीपा कुमारी के पास आठ बैंक खाते और पांच प्लॉट हैं, जबकि उनकी सालाना आय 10 लाख रुपये से अधिक है.
‘गृहिणी’ की सालाना कमाई 85 लाख!
नवादा से जदयू उम्मीदवार और पूर्व मंत्री राजबल्लभ प्रसाद की पत्नी विभा देवी गृहिणी हैं, लेकिन उनकी सालाना आय 85 लाख रुपये बताई गई है. वे भले ही साक्षर हैं, पर वित्तीय रूप से कई बड़े नेताओं को पीछे छोड़ चुकी हैं.
वारिसलीगंज से राजद की अनीता देवी (बाहुबली अशोक महतो की पत्नी) के पास 75 लाख रुपये की अचल संपत्ति है. वहीं, बाहुबली अखिलेश सिंह की पत्नी अरुणा देवी की सालाना कमाई 10 लाख रुपये से अधिक दर्ज की गई है.
इस चुनाव में 243 विधानसभा सीटों में से 258 महिला उम्मीदवारों का मैदान में उतरना अपने आप में ऐतिहासिक है. 34 उम्मीदवार एनडीए से, 31 उम्मीदवार महागठबंधन से बाकी निर्दलीय या छोटे दलों से हैं.
बिहार की महिलाएं अब रसोई या परदे की सीमाओं में नहीं बंधीं. वो अब कानून बनाती हैं, नीति तय करती हैं और मतदाताओं को मुद्दों पर सोचने पर मजबूर कर रही हैं. 2025 का यह चुनाव सिर्फ सीटों की लड़ाई नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव का संकेत है जहां शिक्षा, आत्मनिर्भरता और नेतृत्व की नई परिभाषा महिलाओं ने खुद लिखी है.

