12.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

Bihar Election 2025: तेजप्रताप NDA में शामिल होते हैं तो बिहार की राजनीति पर क्या होगा असर? समझिये पूरा गणित

Bihar Election 2025: बिहार की राजनीति में तेजप्रताप यादव के NDA में जाने की अटकलें जोरों पर हैं. अगर ऐसा होता है तो यादव वोट पर सीधा असर पड़ेगा. साथ ही महागठबंधन की एकजुटता पर बड़े सवाल खडे़ हो सकते हैं. पढे़ं पूरी खबर…

Bihar Election 2025: राजनीति में कुछ भी देखने को मिल सकता है और खासकर जब बात बिहार की हो तो यह कथन और भी सही लगता है. बिहार की राजनीति में इन दिनों सबसे ज्यादा जो चर्चा में है, वो यही कि क्या लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव NDA में शामिल होंगे? खुद तेजप्रताप ये लाइन कई बार बोल चुके हैं कि वे वहीं खड़े होंगे जहां “विकास” और “रोजगार” वाली पॉलिटिक्स होगी, चाहे वो कोई भी सरकार या गुट हो. इसी बीच तेजप्रताप को BJP सांसद रवि किशन के साथ भी देखा गया. NDA नेताओं ने भी खुलकर तेजप्रताप के स्वागत की बात कही है. ऐसे में अब सवाल यही है कि अगर तेजप्रताप सच में NDA का दामन थाम लेते हैं, तो फिर बिहार की पॉलिटिक्स की गाड़ी किस ट्रैक पर चली जाएगी? समीकरण में किस तरह के बदलाव देखने को मिलेंगे?

यादव वोट में सेंधमारी का मौका

शनिवार देर रात केंद्र सरकार ने तेजप्रताप यादव को Y+ सुरक्षा दे दी. इससे कयासों का बाजार और तेज हो गया है. अगर तेजप्रताप एनडीए में शामिल होते हैं तो सबसे पहला बड़ा असर ये होगा कि NDA को यादव समाज तक पहुंचने का एक ठोस चेहरा मिल सकता है. बिहार में यादव वोट की इमेज अब तक RJD-केंद्रित रही है. तेजप्रताप अगर NDA में दिख जाते हैं, तो NDA ये कहने की पोजीशन में आ जाएगा कि “देखो यादव लीडर भी हमारे साथ हैं.” उनके आने से NDA की इमेज में एक तरह की बैलेंसिंग दिखेगी.

कमजोर होगा महागठबंधन

दूसरा असर सीधा RJD और महागठबंधन पर पड़ेगा. RJD सिर्फ एक पार्टी नहीं, एक परिवार की पॉलिटिक्स भी माना जाती है. अगर उसी परिवार का बड़ा बेटा अलग खेमे में दिख जाए, तो ये महागठबंधन की एकजुटता और मजबूती पर सवाल खड़ा करता है. इसका असर ग्राउंड पर भी देखने को मिल सकता है. तेजस्वी और तेजप्रताप के बीच टकराव पहले भी कई बार खुलकर सामने आ चुके हैं, ऐसे में तेजप्रताप यदि एनडीए का हिस्सा होते हैं तो यह लड़ाई और खुला और live war zone में तब्दील हो जाएगी. इसके बाद ये सिर्फ भाई-भाई का मसला नहीं रहेगा, ये सीधा दो अलग धुरी के नेताओं की लड़ाई बन जाएगी. 

किंग मेकर की भूमिका

इसके अलावा अगर चुनाव के बाद ऐसा सीन बना कि कोई भी गुट बहुत भारी बहुमत में नहीं है, तो ऐसे नेता (तेजप्रताप यादव) बहुत महत्त्व रखते हैं, क्योंकि वो सरकार बनाने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं.

ALSO READ: Bihar Election 2025: अरे ये क्या? पहले फेज में 64.66% नहीं, बल्कि इतना प्रतिशत हुआ मतदान, ये है सही डाटा

Aniket Kumar
Aniket Kumar
अनिकेत बीते 4 सालों से पत्रकारिता में सक्रिय हैं. राजस्थान पत्रिका और न्यूजट्रैक जैसे मीडिया संस्थान के साथ काम करने का अनुभव. एंटरटेनमेंट, हाईपरलोकल और राजनीति की खबरों से अधिक जुड़ाव. वर्तमान में प्रभात खबर की डिजिटल टीम के साथ कार्यरत.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel