Bihar Election 2025: बिहार चुनाव में इस बार फिर से विरासत की राजनीति का जलवा देखने को मिल रहा है. एनडीए हो या महागठबंधन, लगभग हर दल में नेताओं के बेटे-बेटियां टिकट पा रहे हैं. इसी कड़ी में जेडीयू ने मुजफ्फरपुर की गायघाट सीट से अपनी एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह की बेटी कोमल सिंह को उम्मीदवार बनाया है.
पहले भी विधानसभा का चुनाव लड़ चुकी हैं कोमल
कोमल सिंह के लिए ये पहला चुनाव नहीं है. 2020 में भी वे इसी सीट से मैदान में उतरी थीं, लेकिन तब चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के टिकट पर. उस वक्त चिराग नीतीश कुमार पर लगातार हमलावर थे, इसलिए कोमल के पिता दिनेश प्रताप सिंह, जो जेडीयू से एमएलसी हैं, प्रचार से दूर रहे. वहीं उनकी मां और वैशाली की सांसद वीणा देवी ने बेटी के लिए जमकर प्रचार किया. हालांकि, नतीजों में कोमल को हार मिली और वे तीसरे स्थान पर रहीं, लेकिन 36 हजार से ज्यादा वोट हासिल किए थे.
टाटा कंपनी में नौकरी करती थी कोमल सिंह
अब तस्वीर बदल चुकी है. जेडीयू और चिराग पासवान एक ही गठबंधन में हैं, इसलिए कोमल के लिए राह कुछ आसान मानी जा रही है. पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो कोमल ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन और पुणे के सिम्बायोसिस कॉलेज से एमबीए किया है. एमबीए के बाद वे टाटा कंपनी में काम कर रही थीं, लेकिन 2020 के चुनाव से ठीक पहले उन्होंने नौकरी छोड़ राजनीति में कदम रख दिया. 2020 के हलफनामे के मुताबिक उनके पास करीब 8 करोड़ की संपत्ति थी.

