भोजपुर / आरा : बिहार में सत्ताधारी पार्टी राजद के विधायक सरोज यादव की बहन शैल देवी ने आखिरकार दम तोड़ दिया. विधायक की बहन के साथ 9अप्रैल को छेड़खानी के दौरान जानलेवा हमला किया गया था. बहन का इलाज चल रहा था. गंभीर रूप से घायल विधायक की बहन ने इलाज के क्रम में मंगलवार को अंतिम सांस ली. वहीं मंगलवार को अपनी बहन के साथ छेड़खानी और बुरी तरह पिटाई मामले में कार्रवाई नहीं होने पर विधायक ने भोजपुर जिला में कोईलवर थाना अंतर्गत कायमनगर के पास अपने समर्थकों के साथ करीब छह घंटे तक सड़क जाम रखा था.
दो आरोपियों ने किया सरेंडर
जानकारी के मुताबिक राजद विधायक शैल देवी की हत्या में नामजद दो आरोपियों ने आज आरा सिविल कोर्ट में आत्मसमर्पण किया है. सरेंडर करने वाले दोनों ऑटो चालक के नाम संतोष सिंह और मिथिलेश कुमार बताया जा रहा है. विधायक ने मामले में प्रशासन की लापरवाही को लेकर मंगलवार को सड़क जाम किया था. बताया जा रहा है कि पुलिस की दबिश की वजह से आरोपियों ने आत्मसमर्पण किया है.
आरोपियों ने रॉड से किया था हमला
विधायक की बहन के साथ आरोपियों ने ऑटो में छेड़खानी की और विरोध करने के बाद रॉड से पिटा और ऑटो से बाहर फेंक दिया. गंभीर अवस्था में विधायक की बहन को अस्पताल में भरती कराया गया था. पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्राचार्य एस एन सिन्हा ने पीटीआई-भाषा को बताया कि गंभीर रूप से घायल विधायक की बहन ने आज इलाज के क्रम में उनके अस्पताल में दम तोड़ दिया. विधायक ने भी अपनी बहन की मौत होने की पुष्टि की है.
पुलिस पर लापरवाही का आरोप
विधायक ने पहले भी भोजपुर पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया था और दोषियों पर कार्रवाई नहीं करने की बात कही थी. विधायक ने प्रशासन की लापरवाही को लेकर सड़क जाम भी किया. पुलिस उपाधीक्षक संजय कुमार ने बताया कि गत 9 अप्रैल को लालू प्रसाद की पार्टी राजद के विधायक की बहन भोजपुर जिला के बरहरा थाना अंतर्गत केशवपुर गांव निवासी के साथ कुछ अज्ञात अपराधियों ने छेड़खानी करने के बाद उसकी बुरी तरह से पिटाई कर दी थी.
चांदी थाना में दर्ज है मामला
चांदीथाना में दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में कहा गया है कि विधायक की बहन दूसरे के साथ साझेदारी कर एक ॲाटो रिक्शा पर सवार होकर अपने घर जा रहीथी. जिसमें रास्ते में कुछ युवा भी सवार हो गये और उन्होंने उनके साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया. इससे पूर्व राजद विधायक ने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि जब एक विधायक की बहन सुरक्षित नहीं है, तो ऐसे में आम आदमी कैसे अपने को सुरक्षित महसूस कर सकता हैं.
सुशील मोदी ने उठाया सवाल
बिहार विधान परिषद ने प्रतिपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी ने प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति पर प्रश्न खड़ा किया और कटाक्ष किया प्रदेश की पुलिस पर पहले से विधि व्यवस्था की जिम्मेदारी थी उसे शराबबंदी लागू करने की जिम्मेदारी भी सौंप दी गयी है.