13.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

हर साल बाढ़ झेलने को मजबूर हैं शाहपुरवासी

मिथिलेश्वर प्रसाद सिन्हा, शाहपुर : लगभग तीन दशक पूर्व बक्सर-कोइलवर तटबंध का निर्माण कार्य आज तक अधूरा है. प्रशासनिक एवं विभागीय लापरवाही से गंगा नदी में आनेवाली बाढ़ से 70 हजार की आबादी इससे पीड़ित होती रहती है. बाढ़ नियंत्रण विभाग की छोटी-सी लापारवाही बहुत बड़ी तबाही मचाने को काफी है. तबाही ऐसी जो प्रखंड […]

मिथिलेश्वर प्रसाद सिन्हा, शाहपुर : लगभग तीन दशक पूर्व बक्सर-कोइलवर तटबंध का निर्माण कार्य आज तक अधूरा है. प्रशासनिक एवं विभागीय लापरवाही से गंगा नदी में आनेवाली बाढ़ से 70 हजार की आबादी इससे पीड़ित होती रहती है. बाढ़ नियंत्रण विभाग की छोटी-सी लापारवाही बहुत बड़ी तबाही मचाने को काफी है. तबाही ऐसी जो प्रखंड क्षेत्र की लगभग आधी से ज्यादा आबादी सहित जानमाल के लिए जी का जंजाल बनती है वह भी हर वर्ष.

पर विभाग शायद यह नहीं सोचता कि बाढ़ के काल से बचाने को बना तटबंध आखिर किस काम का कि सुरसा के मुंह की तरह तटबंघ के भीतर बसे गांवों को लिलते रहने के लिए एक खुला दरवाजा छोड़ दिया गया है. बाढ़ के तांडव से बचाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर भले ही बांध वर्षों पूर्व बनाया गया है, पर खुले दरवाजा में मात्र एक स्लूइस गेट नहीं लगने से गंगा के जल स्तर में थोड़ी-सी वृद्धि भी गांवों में भारी तबाही ला देती है.
कहां छोड़ा गया है स्लूइस गेट: शाहपुर प्रखंड की लालूडेरा पंचायत में मरचइया डेरा गांव के पास करीब एक किलोमीटर तक अधूरा तटबंध बक्सर-कोइलवर गंगा की सुरक्षा तटबंध चेन संख्या 1600 से 2167 के बीच पड़ता है, जो सरकारी फाईलो के अनुसार स्लूइस गेट लगाने के नाम पर छोड़ा गया है, परंतु आज इसके रखरखाव के लिए प्रर्याप्त संसाधन की व्यवस्था नहीं की गयी.
बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल सुस्त : बाढ़ नियंत्रण कार्यालय, बिहिया चौरस्ता लोगों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका. लिहाजा निचले इलाके के लोगों को बाढ़ की विभीषिका प्राय: झेलनी पड़ती है. वर्ष 2003, 2011, 2013 एवं 2016 में आयी बाढ़ ने सरकारी स्तर पर बाढ़ नियंत्रण के किये गये कार्यों की कलई खोल दी, लेकिन फिर भी इससे सरकार ने न कोई सबक सीखी और न ही बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल कार्यालय ही नींद से जग सका.
अधूरे तटबंध से जनजीवन बाधित : तटबंध अधूरा रहने के कारण तटबंध के भीतर गंगा की तलहट्टी में बसीं दामोदरपुर एवं लालूडेरा के साथ साथ दर्जन भर दियारा क्षेत्र के गांव इससे प्रभावित हैं.
बरसात का मौसम आते ही इन क्षेत्रों के लोग बाढ़ के खतरों से दहशत में रहते हैं. बाढ़ से सबसे विकट समस्या किसानों एवं मजदूरों के समक्ष होती होती है. दियारा क्षेत्र की लगभग 70 प्रतिशत आबादी की मुख्य आजीविका भदई फसल की खेती पर निर्भर है जो बाढ़ अक्सर ही उसे डुबो ले जाती है. इस दौरान सैकड़ों परिवार दाने-दाने को मुहताज हो जाते हैं.
प्रभावित होने वाले गांव: प्रखंड के लक्षुटोला सांरगपुर, सुरेमनपुर, दामोदरपुर, जवइनिया, नंद लाल के डेरा, भुसहुला, गंगापुर, टिकापुर, चक्की नौरंगा, रामदयाल ठाकुर का डेरा, पचकौडी डेरा, करीमनठाकुर के डेरा, बुझाराय के डेरा, राजपुर, चारघाट, चनउर, लक्ष्मणपु, गोबिंदपुर, बरिसवन, सेमरिया, पांडेयपुर, रतनपुरा, लालूडेरा, सुहिया, पीपरा, होरिल छपरा, देवमलपुर, रामकरही, सइया, मरचइया, माधोपुर, काशीडेरा सहित सैकड़ों गांव जल स्तर में जब वृद्धि होती है तो बाढ़ का दबाव बढ़ जाता है. हजारों एकड़ में खड़ी फसल डूबकर नष्ट हो जाती है.
बाढ़ से लाखों की आबादी प्रभावित, तटबंध बना सहारा
शाहपुर. गंगा नदी में लगातार जल स्तर वृद्धि के बाद अंचल क्षेत्र के सभी गांव बाढ़ के पानी से गिर चुके हैं. प्रलयंकारी बाढ़ के कारण अब तक एक लाख 25 हजार लोग सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं. अंचल क्षेत्र के 88 गांव पूर्ण रूप से बाढ़ से प्रभावित है. हजारों की संख्या में प्रभावित परिवारों ने बक्सर-कोइलवर सुरक्षा तटबंध पर शरण लिया हुआ है.
बाढ़ की समस्या अब विकराल रूप रूप धारण करते जा रहा है, जिसके कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. तकरीबन 90 प्रतिशत खड़ी फसलें नष्ट हो चुकी हैं. फसल क्षति का आकलन कृषि विभाग द्वारा कराया जा रहा है. अंचल के लगभग सभी सड़को पर बाढ़ का पानी चढ़ गया है.
इधर प्रशासन द्वारा राहत एवं बचाव कार्य परस्पर चलाया जा रहा है, जिसके तहत अब तक 91 नाव का परिचालन प्रभावित गांवों को आबादी को देखते हुए किया जा रहा है. वहीं बांध पर विस्थापित परिवारों के लिए पांच स्थानों पर समुदाय किचेन भी चलाया जा रहा है. साथ ही विस्थापित लोगों के लिए रात के समय पर्याप्त रोशनी हेतु जेनेरेटर की व्यवस्था की गयी. वहीं शाहपुर नगर पंचायत के वार्ड संख्या 02, 03, 06, 07 व 08 के दर्जनों घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है.
Prabhat Khabar Digital Desk
Prabhat Khabar Digital Desk
यह प्रभात खबर का डिजिटल न्यूज डेस्क है। इसमें प्रभात खबर के डिजिटल टीम के साथियों की रूटीन खबरें प्रकाशित होती हैं।

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel