सुलतानगंज क्षेत्र का कुख्यात अपराधी को पुलिस ने नाथनगर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर सुलतानगंज थाना पर लाकर पूछताछ कर रही है. टॉप टेन अपराधियों की सूची में शामिल सीढ़ी घाट के रंजीत यादव उर्फ कनबुच्चा को रविवार थानाध्यक्ष विवेक कुमार जायसवाल के नेतृत्व में नाथनगर थाना क्षेत्र के करैला गांव से गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार अपराधी लूट व आर्म्स एक्ट में वांछित लंबे समय से फरार था. उस पर हत्या, लूट, डकैती, आर्म्स एक्ट जैसे लगभग 16 आपराधिक मामले दर्ज हैं. .चर्चा है कि रंजीत यादव उर्फ कनबुच्चा न्यायालय में सरेंडर करने के उद्देश्य से न्यायालय गया था. जहां से अपने बेटी के यहां शनिवार की देर शाम रुक गया. वहां से अपने घर लौट रहा था कि सुलतानगंज थानाध्यक्ष विवेक कुमार जायसवाल के नेतृत्व में चल रही टीम एसटीएफ के सहयोग से उसे गिरफ्तार कर लिया. अपराधी रंजीत यादव की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है.
कनबुच्चा यादव उर्फ रंजीत यादव का रहा है आपराधिक इतिहास
पुलिस ने बताया कि कनबुच्चा यादव उर्फ रंजीत यादव का आपराधिक इतिहास का रहा है. सुलतानगंज थाना में आर्म एक्ट, हत्या, लूट, रंगदारी मांगने का कुल 16 मामला दर्ज है. तीन मामले में वह फरार चल रहा था. पूछताछ के बाद उसकी निशानदेही पर कई जगहों पर छापेमारी की जा रही है. कनबुच्चा यादव की गिरफ्तारी का खबर शहर में आग की तरह फैल गयी.उसे गिरफ्तार करने के लिए एसटीएफ ने एक सप्ताह से सादे लिवास में आसपास के क्षेत्र में अपराधी की गिरफ्तारी के लिए पहले रेकी की. अपराधी के हर ठिकाने का जानकारी इकट्ठा किया. एसटीएफ को पता चला कि अपराधी सुलतानगंज शहर से बाहर निकल गया है. पुलिस का दबाव बनते देख वह कोर्ट में आत्मसमर्पण करने का योजना बना रहा था. पुलिस कोर्ट में भी नजर रख रही थी. 13 दिसंबर 2024 को नयी सीढ़ीघाट स्थित लखन कुमार यादव के घर छापेमारी में दो रेगुलर राइफल, दो लाख दो सौ रुपये नकद सहित तीन मोबाइल और एक सेट चितकबरी वर्दी जब्त कर लखन कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया गया था. इस मामले में लंबे समय से फरार चल रहे रंजीत यादव उर्फ कनबुच्चा यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पुलिस फिलहाल कुछ भी बताने से परहेज कर रही है. अपराधी कनबुच्चा को गिरफ्तार करते ही जो साथ थे, सभी भाग गये. लोगों को समझ में नही आया कि कौन लोग है, जो इतने बड़े ताकतवर अपराधी को अपने कब्जे में लेकर जा रहा है. वाहन में बैठाते ही कनबुच्चा ने आंशका हुई कि जमीन से जुड़े अपराधी है. वह उसकी हत्या कर देंगे. गिरफ्तार करते ही एसटीएफ ने कनबुच्चा का चेहरा कपड़ा से ढ़क दिया. उसे पता ही नहीं चला कि कौन लोग ले जा रहे और कहां लेकर जा रहा है. सुलतानगंज थाना लाने के दौरान उसे हत्या होने का डर बैठ गया. जब सुलतानगंज थाना पहुंचा तब पता चला कि वह पुलिस के कब्जे में है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है