= टापू पर ठहरे हैं बाढ़ पीड़ित, खाना मिल रहा, पर आवागमन का साधन नहीं
= प्रशासन ने दे दिया भोजन सामग्री, खुद ही बनाना पड़ रहाप्रतिनिधि, नाथनगर
प्रखंड की शंकरपुर बैरिया पंचायत पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में है. हालांकि मंगलवार को जलस्तर में थोड़ी कमी हुई है. बैरिया के अधिकांश लोग राहत शिविर पहुंचे गये हैं. कुछ लोग गांव में ही रुके हैं. जिनका पक्का मकान है वो वहां प्लास्टिक का तंबू तानकर छत पर ठहरे हैं. छोटे मवेशी बकरी, गाय का बच्चा आदि छत पर है. बांकी पशु पानी में ही है. बैरिया पंचायत के करीब सौ से अधिक परिवार बैरिया रसीदपुर भिट्टी पुल पर ठहरे हैं. हालांकि, प्रशासन ने हरेक गांव में किचन की व्यवस्था किया है. जिसमें दोनों टाइम भोजन मिल रहा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रशासन ने राशन सामग्री, गैस सिलेंडर, चूल्हा आदि दिया है. खाना बनाने वाला हलवाई नहीं है. गांव के कुछ लोग दिन-रात मेहनत कर खाना बनाते हैं. उधर, रसीदपुर भिट्टी पुल पर ठहरे लोगों के लिए प्रशासन द्वारा नाव की व्यवस्था नहीं की गयी है. बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि सौ से अधिक परिवार पुल पर ठहरे हैं. उन्हें शहर आवागमन के लिए कोई साधन नहीं है.ग्रामीणों ने बताया कि इस भयावह बाढ़ में जहां प्रशासन को सक्रिय होना चाहिए, तो सीओ का सरकारी मोबाइल अकसर बंद या कवरेज एरिया से बाहर बताता है. अंचल नाजिर भी फोन का रिस्पांस न के बराबर लेते हैं. अधिकारी का फोन बंद रहने से लोग अपनी परेशानी नहीं बता पा रहे हैं. हालांकि दौरे पर आये पप्पू मंडल ने बताया कि सीओ से बात करने की कोशिश की गयी तो उनका फोन लगातार नेटवर्क से बाहर बता रहा था.
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