दातुन और चिरौता की गठरी में महिलाएं बांध कर लाती हैं शराब की बोतलें, 24 बोतल के मिलते हैं 3000 संवाददाता, भागलपुर शहर के चर्चित शराब माफिया कारू चौधरी के पुलिस की नजर में आने के बाद अब उसके बेटे छोटू चौधरी ने पूरा कारोबार संभाल लिया है. इस बात की भनक लगते ही इशाकचक पुलिस भी एक्टिव हुई और छोटू चौधरी को सोमवार को धर दबाेचा. उसे सोमवार सुबह करीब 10 बजे झारखंड से आयी 55 बोतल विदेशी शराब की खेप के साथ गिरफ्तार किया है. पुलिस केस दर्ज कर छोटू चौधरी के सिंडिकेट से जुड़ी कुछ महिलाओं का पता लगाने में जुट गयी है. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने छोटू चौधरी से गहन पूछताछ की. जिसमें उसने शराब की तस्करी करने की शैली और किस तरह वह महिलाओं से पैसों के बलबूते इस काम कराता था इसकी भी जानकारी दी. इशाकचक थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर मृत्युंजय कुमार ने बताया कि विगत कुछ दिनों से उन्हें सूचना मिल रही थी कि छोटू चौधरी फिर से शराब के अवैध कारोबार में एक्टिव हो गया. वह उसके विरुद्ध साक्ष्य जुटाने और सही समय पर बड़ी खेप के साथ उसकी गिरफ्तारी करने में जुट गये थे. सोमवार सुबह पुलिस को गुप्त जानकारी मिली कि झारखंड से आने वाली ट्रेन से छोटू चौधरी की शराब की खेप भागलपुर पहुंचने वाली है. पुलिस इसके लिए भागलपुर स्टेशन के आउटर पर भी फिल्डिंग सेट की थी. पर शराब की खेप कब छोटू चौधरी के पास पहुंच गयी इसकी भनक तक पुलिस को नहीं लगी. इसके तुरंत बाद पुलिस ने छोटू चौधरी के पासी टोला स्थित मकान के पास बांस की झोपड़ी में छापेमारी की. जहां से छोटू चौधरी शराब की खेप के साथ पकड़ा गया. छोटू ने बताया कि झारखंड से दातुन और चिरौता लाने वाली महिलाओं को पैसे देकर शराब की खेप मंगवाता था. हर महिला को 24 बोतल शराब की बोतल लाने के एवज में वह उन्हें 3000 रुपये भी देता था. दातुन और चिरौता की गठरी में बांध कर महिलाएं शराब की खेप भागलपुर पहुंचाती थी. इसके बाद महिलाओं के द्वारा ही वह शराब की डिलीवरी भी अपने कस्टमर को कराता था.
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