बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर मतदान दल अपने-अपने बूथों पर पहुंच चुके हैं. थानाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार ने बताया कि मतदान के दौरान किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने के लिए घोरघट और कृष्णगढ़ मोड़ पर बैरिकेडिंग की गयी है. इन दोनों स्थानों पर आने-जाने वाले वाहनों और व्यक्तियों की कड़ी जांच की जा रही है. जिला सीमा व जल सीमा को पूरी तरह से सील कर दिया गया है. गंगा नदी मार्ग से किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि रोकने के लिए एसटीएफ की टीम लगातार गश्ती कर रही है. दियारा क्षेत्र पर भी पैनी नजर है. थानाध्यक्ष ने बताया कि गड़बड़ी की स्थिति में तुरंत और सख्त कार्रवाई की जायेगी. सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए क्षेत्र में अर्धसैनिक बलों के ठहराव के लिए छह कैंप बनाये गये हैं. सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, एसटीएफ और जिला पुलिस बल के जवानों को तैनात किया गया है. एसटीएफ के तेज तर्रार अधिकारी संवेदनशील और अति संवेदनशील बूथों पर विशेष निगरानी रख रहे हैं. सादे वेश में पुलिसकर्मी इलाके में तैनात किये गये हैं, ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत जानकारी मिल सके.
शाहकुंड : 173 मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान आज
शाहकुंड प्रखंड क्षेत्र के 173 मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान आज होगा. मतदान केंद्रों पर अर्धसैनिक बल के जवान तैनात किये गये है. शाहकुंड में एक लाख 35 हजार 141 मतदाता हैं, जिसमें 70 हजार 450 पुरुष और 64 हजार 681 महिला व 10 जेंडर मतदाता हैं. शाहकुंड में 19 सेक्टर बनाये गये है. प्रखंड कार्यालय में कंट्रोल रूम बनाया गया है. कंट्रोल रूम की जिम्मेदारी रिशु कुमारी को दी गयी है. कंट्रोल रूम में मतदान में कठिनाई पर लोग शिकायत कर मामले का समाधान करा सकते हैं.सुलतानगंज : चार नोडल पदाधिकारी प्रतिनियुक्ति
सुलतानगंज विधानसभा क्षेत्र में मंगलवार को सुबह सात से शाम छह बजे तक मतदान होना है. प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है. सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ कर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी है. सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी सह बीडीओ संजीव कुमार ने बताया कि चार नोडल पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गयी है, जो मतदान प्रक्रिया की सतत निगरानी करेंगे. उन्हें निर्देश दिया गया है कि मंगलवार की सुबह पांच बजे से उपस्थिति दर्ज कर हर दो घंटे पर बीटीआर रिपोर्ट प्रस्तुत करें. नोडल पदाधिकारी अपने-अपने सेक्टर पदाधिकारियों से बूथ की स्थिति, मॉकपोल, कर्मी उपस्थिति और सामग्री की उपलब्धता की जानकारी लेंगे. डाटा एंट्री ऑपरेटर को ऑफलाइन इंट्री कर रिपोर्ट जिला निर्वाचन कार्यालय भेजने का निर्देश दिया गया है, ताकि पूरे चुनाव की निगरानी सटीक रूप से की जा सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

