पांच दिनों से लापता युवती का शव बरामद होने के बाद पीड़ित भाई ने जब अनुसंधानकर्ता को फोन कर जानकारी मांगी, तो अनि पूजा कुमारी ने जो जवाब दिया उसका ऑडियो परिजनों ने वायरल कर दिया. वायरल ऑडियो में मृतका का भाई पूछता है कि मैडम लापता छात्रा की प्राथमिकी दर्ज हुई है, उसमें क्या हुआ है. पुलिस पदाधिकारी जवाब देती हैं कि हमको पता नहीं है. प्रभारी से पूछो. हम पटना जा रहे हैं. हम दो दिन बाद आयेंगे. तब पूछना. तुमको प्राथमिकी मिल गयी है, आराम से रहो. पटना से आने के बाद हम प्राथमिकी देखेंगे. इस वायरल ऑडियो की प्रभात खबर पुष्टि नहीं करता है. गौरतलब है कि छात्रा के परिजनों ने 30 मई की रात 12 बजे 112 पर पुलिस पदाधिकारी को फोन कर घटना की जानकारी दी. 112 पुलिस पदाधिकारी ने पहुंचने के बाद परिजनों से बयान लिया. पुलिस पदाधिकारी ने सलाह दी कि घटना की जानकारी तत्काल स्थानीय थाना की पुलिस को दे दो. रात्रि में ही पुलिस पदाधिकारी को लिखित जानकारी दी गयी. 30 मई की रात दिये गये उस आवेदन पर एक जून को प्राथमिकी दर्ज की गयी. पुलिस पदाधिकारी घटना की प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान करने बजाय किसका इंतजार कर रहे थे. प्राथमिकी दर्ज होने के पश्चात कांड की अनुसंधानकर्ता अनि पूजा कुमारी को बनाया गया. पूजा कुमारी थाना में थी ही नहीं. पूजा कुमारी उस समय पटना में थी. न ही प्रभारी ने अनुसंधानकर्ता को फोन कर जानकारी दी कि युवती के लापता होने का केस दिया गया है. इतने संवेदनशील मामले में पुलिस कैसे लापरवाह हो सकती है. परिजन इस संबंध में पुलिस पदाधिकारी से मिलते, तो उनको बताया जाता था कि छात्रा किसी लड़के के साथ फरार हो गयी होगी. एक दो दिन में घूम कर वापस लौट आयेगी. छात्रा के भाई बताया कि लापता होने के 60 घंटे तक बहन का मोबाइल आन था. पुलिस मोबाइल के लोकेशन के आधार पर भी आरोपित तक पहुंच सकती थी. इस मामले में पुलिस ने कुछ किया ही नहीं. दोषी पुलिस पदाधिकारी पर कार्रवाई कर निलंबित करने की मांग की है.
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