-श्री चंपानगर दिगंबर जैन सिद्धक्षेत्र का भ्रमण करते हुए इतिहास शिक्षा अनुसंधान यूनिवर्सिटी भुवनेश्वर के डॉ प्रफुल्ल कुमार मोहंती व टीम ने कहा
सिद्धक्षेत्र मंत्री सुनील जैन ने उनका स्वागत व सम्मानित किया. उन्हें क्षेत्र के इतिहास, जीर्णोद्धार कार्यों और धार्मिक गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी. डॉ अरुण झा ने कहा कि यहां की प्राचीन मूर्तियां आध्यात्मिक ज्ञान का भंडार है.यह दौरा हमें भारतीय दार्शनिक परंपराओं को समझने का नया दृष्टिकोण देता है. प्रो तंद्रा वर्मा ने कहा मंदिर परिसर की उत्कृष्ट कलाकारी यह दिखाता है कि इस क्षेत्र ने सदियों से कला और संस्कृति के संरक्षण में कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है.
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के प्राचीन इतिहास विभाग के पूर्व एचओडी प्रो बिहारीलाल चौधरी ने कहा कि इन ऐतिहासिक कलाकृतियों का संरक्षण बेहद ज़रूरी है, ताकि आने वाली पीढ़ियां इस महान विरासत को समझ सकें. पुरातत्व विभाग के डॉ उमेश तिवारी ने कहा कि पुरातात्विक दृष्टिकोण से चंपापुर एक अत्यंत महत्वपूर्ण स्थल है.यहां की प्राचीनता हमें ईसा पूर्व के कालखंड से जोड़ती है. हम इस क्षेत्र के और अधिक शोध और अन्वेषण के लिए विश्वविद्यालय स्तर पर पहल करेंगे. इनके साथ डॉ असराउल हक, डॉ सुधा झा, डॉ अमन भारद्वाज, कन्हैया तांती, क्षितिज कुमार आदि थे.
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