टीएमबीयू में अप्रैल में हुई अतिथि शिक्षक नियुक्ति मामले में भष्ट्राचार की शिकायत राजभवन से की है. जिसपर संज्ञान लेते हुए राजभवन ने मामले की जांच का निर्देश देते हुए रिपोर्ट मांगी है. राजभवन ने मामले को लेकर टीएमबीयू प्रशासन को तीन से अधिक बार पत्र भेजा है. राजभवन ने पत्र में स्पष्ट कहा कि 15 दिनों के अंदर रिपोर्ट उपलब्ध करायें. लेकिन विवि प्रशासन द्वारा इस दिशा में ठोस पहल नहीं की गयी है. सजग युवा प्रतिनिधि रविश रवि, अभ्यर्थी सह विवि छात्र संघ के पूर्व प्रतिनिधि डॉ कृष्ण बिहारी गर्ग, खासमहल मीठापुर पटना के रविंद्र कुमार सहित अन्य अभ्यर्थी ने भी राजभवन में अतिथि शिक्षक बहाली में भ्रष्टाचार का आरोप लगा राजभवन में लिखित शिकायत की है. अभ्यर्थियों ने पूरे प्रकरण में पैसे की लेन-देन का आरोप लगा विवि के पांच शिक्षकों का नाम भी राजभवन को बताया है. मामला राष्ट्रपति भवन तक पहुंच चुका है. ऐसे में विवि प्रशासन पर भी सवाल उठने लगा है कि राजभवन के निर्देश पर अधिकारी लीपापोती में लगे हैं.
राजभवन का पहला पत्र
तिथि – 20 जून 2025राजभवन के अपर सचिव महावीर प्रसाद शर्माटीएमबीयू में अतिथि शिक्षक के नियुक्ति में अनियमितता -राजभवन ने टीएमबीयू के कुलपति को पत्र लिखकर अभ्यर्थियों द्वारा लगाये जा रहे अतिथि शिक्षक के नियुक्ति में अनियमितता के आराेप की जांच करने का निदेश दिया था. साथ ही इसकी रिपोर्ट राजभवन को उपलब्ध कराने के लिए कहा था.
राजभवन का दूसरा पत्र
17-9-2025राजभवन के अपर सचिव डॉ नंदलाल आर्यअतिथि शिक्षक सहित 24 मामलों में मांगा जवाब राजभवन ने विवि में अतिथि शिक्षक बहाली में गड़बड़ी सहित 24 मामलों में टीएमबीयू के कुलपति को पत्र भेज कर रिपोर्ट मांगी थी. अभ्यर्थी डॉ कृष्ण कुमार गर्ग ने अतिथि शिक्षक नियुक्ति में गड़बड़ी का आरोप लगाया था.
राजभवन का तीसरा पत्र
24-9- 2025राजभवन के अपर सचिव डॉ नंदलाल आर्यअतिथि शिक्षक नियुक्ति मामले में भ्रामक जानकारी राजभवन ने अतिथि शिक्षक नियुक्ति मामले सहित विभिन्न 26 शिकायतों को लेकर टीएमबीयू के कुलपति को पत्र भेजा है. इसमें अभ्यर्थी डॉ कृष्ण कुमार गर्ग ने राजभवन को लिखित शिकायत की है कि गेस्ट शिक्षक नियुक्ति मामले में जो जानकारी दी जा रही है. वह भ्रामक है. तथ्य से उलट विवि से जानकारी दी गयी है.—
गेस्ट शिक्षक बहाली में हुई थी धांधली, जांच पदाधिकारी ने डीएम को सौंपी रिपोर्ट
विवि में गेस्ट शिक्षक बहाली में हुई धांधली मामले जिला प्रशासन द्वारा जांच के लिए अधिकृत किये गये जांच पदाधिकारी वरीय कोषागार पदाधिकारी देवेंद्र कुमार ने जिलाधिकारी को जांच रपट सौंप दी है. सूत्रों के मुताबिक, जांच में भौतिकी (फिजिक्स) विभाग में शिक्षकों की नियुक्ति में अनियमितताएं पायी गयी है. यह जांच जिलाधिकारी को एक आवेदक द्वारा की गयी शिकायत के बाद शुरू हुई थी. आवेदक ने आरोप लगाया था कि भौतिकी शिक्षक के पद के लिए उनका आवेदन स्वीकार होने और साक्षात्कार में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद उन्हें अस्वीकार कर दिया गया. सूत्रों का कहना है कि जांच रिपोर्ट में आवेदक के दावे सही पाये गये हैं. —डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

