छठ पूजा के बाद यात्रियों की भारी भीड़ भागलपुर स्टेशन पर गुरुवार को दिखी. विक्रमशिला एक्सप्रेस की छह बोगियों में 600 यात्रियों की सीट थी, जबकि ट्रेन में एक हजार से अधिक लोग सवार हो गये. पैर रखने तक की जगह नहीं बची थी. सुबह छह बजे से ही स्टेशन से बाहर लगभग 800 मीटर तक लंबी कतारें लग गयी थी. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आरपीएफ के साथ कोतवाली थानाध्यक्ष और जिला पुलिस की टीमें भी मौके पर मौजूद रही. प्लेटफॉर्म पर तैनात रहे अधिकारी प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर दिन के करीब 11.20 बजे जब विक्रमशिला एक्सप्रेस पहुंची, तो भीड़ नियंत्रण के लिए एडीआरएम शिव प्रसाद कुमार, सीनियर डीसीएम अंजन, डीपीओ सचिन कुमार सहित स्थानीय और मालदा के 25 से अधिक रेलवे अधिकारी व कर्मचारी तैनात थे. नंबरिंग सिस्टम लागू कर यात्रियों को चढ़ाया गया. आरपीएफ ने पहले 780 टिकटधारक यात्रियों को क्रमांक दिये और उन्हीं के आधार पर उन्हें कोचों में चढ़ाया गया. इसके बाद लाइन में लगे अन्य लोगों को भी ट्रेन में जगह दी गयी. सुरक्षाकर्मियों सहित यात्री भी भीगे भीड़ के दौरान अचानक वर्षा भी हुई, जिससे यात्रियों के साथ रेलवे अधिकारी व सुरक्षाकर्मी भी भीगते हुए भीड़ संभालते रहे. ट्रेन रवाना होते समय कुछ लोगों ने दौड़ कर चढ़ने की कोशिश की. इसी दौरान आरपीएफ कर्मियों की तत्परता से दो महिलाओं को चलती ट्रेन में गिरने से बचाया गया. जमालपुर-हंसडीहा पैसेंजर में भारी भीड़ भीड़ केवल विक्रमशिला तक सीमित नहीं रही. जमालपुर से हंसडीहा तक चलने वाली पैसेंजर ट्रेन में भी जबरदस्त भीड़ देखी गयी. जहां हर डिब्बे में लगभग 100 सीटें हैं, वहां 400-450 लोग सवार देखे गये. प्लेटफार्म संख्या 6 पर उतरने-चढ़ने के समय धक्का-मुक्की व मारामारी की स्थिति बनी रही.
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