संवाददाता, भागलपुर
शिक्षा विभाग की कड़ी निगरानी के बावजूद, मध्याह्न भोजन योजना की देखरेख में बड़ी लापरवाही सामने आयी है. हाल ही में राज्यस्तर पर की गयी एक औचक जांच में पता चला है कि कई स्कूल हर दिन भोजन वितरण की तस्वीरें अपलोड नहीं कर रहे हैं, जो एक गंभीर मुद्दा है. इस लापरवाही को देखते हुए मध्याह्न भोजन योजना के निदेशक विनायक मिश्र ने एक कड़ा कदम उठाया है. उन्होंने पूरे राज्य के 21 स्कूलों पर कार्रवाई करने का आदेश दिया है, जिनमें जिले के शाहकुंड प्रखंड स्थित प्राथमिक विद्यालय महतो स्थान भी शामिल है. निदेशालय द्वारा 28 अगस्त को की गयी जांच के दौरान यह पाया गया कि इन 21 स्कूलों ने उस दिन भोजन वितरण की तस्वीरें पोर्टल पर अपलोड नहीं की थीं.विभाग का मानना है कि तस्वीरें अपलोड न करना इस बात की ओर इशारा करता है कि शायद उस दिन उन स्कूलों में मध्याह्न भोजन परोसा ही नहीं गया था. निदेशक ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जिन स्कूलों ने ऐसा किया है, उनके प्रधानाध्यापकों और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने यह भी साफ किया है कि हर दिन बच्चों को दिए जाने वाले भोजन की तस्वीरें (भोजन के साथ भरी हुई प्लेट की फोटो) पोर्टल पर अपलोड करना अब अनिवार्य है. यदि कोई स्कूल इस नियम का पालन नहीं करता है, तो इसे एक गंभीर लापरवाही माना जाएगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

