मध्याह्न भोजन योजना (एमडीएम) के संचालन में बुधवार को गंभीर लापरवाही सामने आयी. प्रखंड के कुल 157 विद्यालयों में से 10 विद्यालयों ने शाम चार बजे तक ई-शिक्षा कोष पर लाभान्वित बच्चों की संख्या दर्ज नहीं की, जिससे विभाग की मॉनिटरिंग व्यवस्था प्रभावित हुई. प्रखंड एमडीएम साधन सेवी भूपेश कुमार सिन्हा ने बताया कि नियमित ऑनलाइन डाटा अपडेट नहीं करने से योजना की पारदर्शिता पर असर पड़ता है. उन्होंने संबंधित विद्यालयों को शीघ्र आंकड़ा दर्ज करने का निर्देश दिया है. एमडीएम योजना में एक और चिंताजनक स्थिति यह है कि बीते दो माह से संवेदक की ओर से स्कूलों में चावल की आपूर्ति नहीं की गयी है. प्रखंड एमडीएम साधन सेवी ने बताया कि कई विद्यालयों में चावल लगभग समाप्त होने के कगार पर पहुंच चुका है, जिससे भोजन योजना बाधित होने की संभावना बढ़ गयी है. इस मामले की सूचना जिला कार्यालय व एजीएम को भेज दी गयी है, ताकि आपूर्ति तुरंत बहाल हो सके.
एमडीएम साधन सेवी ने बुधवार को शांति देवी कन्या मवि और प्राथमिक विद्यालय बूढ़ानाथ का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने भोजन की गुणवत्ता, रसोईघर की साफ-सफाई, स्टॉक पंजी और उपस्थिति रजिस्टर की जांच की व कई आवश्यक निर्देश दिये. उन्होंने बताया कि हर बुधवार को बच्चों को मध्याह्न भोजन के बाद आयरन की गोली खिलानी है. निरीक्षण के दौरान दोनों विद्यालयों में बच्चों को आयरन की गोली दी गयी.दूर के खेतों का निरीक्षण नहीं होने से किसानों ने अधिकारियों से निरीक्षण की अपील
जगदीशपुर प्रखंड में कतरनी किसानों को प्रोत्साहन राशि मिलने को लेकर अधिकारियों का कतरनी धान के खेतों का निरीक्षण जारी है, लेकिन इसमें एक समस्या सामने आ रही है वह यह कि सड़क से दूर स्थित खेतों का निरीक्षण सही से नहीं हो पा रहा है. किसानों का कहना है कि अधिकारी केवल उन खेतों तक ही पहुंच रहे हैं, जहां वाहन से जाना संभव है. दूर के खेतों तक पैदल पहुंचने में मुश्किल आ रही हैं. गौरतलब है की सरकार की ओर से कतरनी धान को बढ़ावा देने के लिए प्रति एकड़ 6000 रुपये अनुदान की घोषणा की गयी है. किसान बताते हैं कि इसी उम्मीद में उन्होंने फसल लगायी, लेकिन निरीक्षण में आ रही चुनौतियों से कई किसान लाभ से वंचित हो सकते हैं. कुछ किसानों ने यह भी कहा कि रजिस्ट्रेशन के दौरान उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. किसानों ने अनुरोध किया है कि सभी खेतों का यथासंभव निष्पक्ष निरीक्षण कराया जाए, ताकि हर पात्र किसान को प्रोत्साहन राशि मिल सके. इस संबंध में प्रखंड कृषि पदाधिकारी प्रीति कपूर ने बताया कि सभी कतरनी किसानों के खेतों का निरीक्षण किया जा रहा है. कोई भी किसान लाभ से वंचित नहीं होंगे. बुधवार को सैनो पंचायत में निरीक्षण कार्य किया गया. सर्वर में व्यवधान के कारण निरीक्षण कार्य प्रभावित रहा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

