= सुपौल के रहने वाला है युवक, नारायणपुर में की शादी
प्रतिनिधि, नवगछिया
प्यार जब परवान चढ़ता है, तो न जात-पात देखता है, न समाज की बंदिशें मानता है. नवगछिया में कुछ ऐसा ही हुआ. एक प्रेमी जोड़े ने यहां अनोखे ढंग से विवाह किया. संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की तस्वीर पर प्रेमी-प्रेमिका ने माल्यार्पण कर एवं उनके तस्वीर को साक्षी मान कर सात फेरे की रस्म पूरी की. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. जानकारी के मुताबिक सुपौल के रहने वाले एक युवक ने नवगछिया के नारायणपुर में डॉ भीमराव आंबेडकर को साक्षी मानकर अपनी मामी की सगी बहन से शादी कर ली. नव विवाहित जोड़े की शादी से पहले उनके बीच चार साल से अफेयर चल रहा था. दोनों ने साथ रहने और शादी का फैसला किया, तो इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी. जब दोनों के परिजन ने शादी की मंजूरी नहीं दी, तो दोनों ने नौ अप्रैल को घर से भागने का फैसला लिया.10 अप्रैल को प्रेमी सुपौल से नवगछिया पहुंचा और प्रेमिका को साथ लेकर अपने घर सुपौल आ गया. उधर, लड़की के परिवार वालों ने स्थानीय थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी. परिजनों ने अपने स्तर से भी खोजबीन शुरू की, लेकिन सफलता नहीं मिली. आखिरकार सोमवार को उन्हें बेटी की शादी की जानकारी हुई. लड़के की पहचान सुपौल जिला के देवनारायण कुमार के पुत्र सुनील कुमार, जबकि लड़की की पहचान भवानीपुर की मधुरापुर गांव की रहने वाली मुस्कान कुमारी के रूप में हुई है. बता दें कि सुनील के मामा की शादी मधुरापुर में हुई थी. अब सुनील यहां आया तो उसकी नजर मामी की बहन से मिली और दोनों में प्यार हो गया.
शादी के बाद परिजन ने दी रजामंदी
मुस्कान और सुनील की शादी के बाद उनके परिवार वालों ने इसकी मंजूरी दे दी. सोमवार की शाम भवानीपुर मार्केट स्थित मां काली मंदिर में डॉ भीमराव अंबेडकर की तस्वीर के समक्ष दोनों ने सात फेरे लिए और जीवन भर एक-दूजे का साथ निभाने की कसमें खाईं. शादी के बाद मुस्कान ने कहा, “मैंने अपनी मर्जी से शादी की है. अब किसी भी हाल में सुनील को कोई परेशानी नहीं होने दूंगी. ” वहीं, सुनील ने कहा कि “हम दोनों सच्चे दिल से एक-दूसरे से प्रेम करते हैं. अब हम हमेशा के लिए एक हो गए हैं. “
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