– दरगाह की जियरत के लिए लोगों की लगी भीड़
वरीय संवाददाता, भागलपुर
हबीबपुर स्थित हजरत अनजान शाह रमतुल्लाह अलैह का सालाना उर्स-ए-पाक बुधवार को धूमधाम से मनाया गया. दरगाह शरीफ की जियारत के लिए लोगों की भीड़ लगी थी. दरगाह कैंपस को आकर्षक ढंग से सजाया गया था. मगरिब की नमाज के बाद दरगाह शरीफ पर चादरपोशी की गयी. मौके पर लोगों ने शांति, भाईचारा व तरक्की की दुआ मांगी. इशा के नमाज के बाद जलसा का आयोजन किया गया, जो देर रात तक चला. जलसा को खिताब करते हुए मौलाना रफीक आलम खाकी ने कहा कि बुजुर्गों की दरगाह शांति व भाईचारा का प्रतीक है.जातपात की भलाई के लिए किया काम
बुजुर्गों ने जात-पात से ऊपर उठ कर मानव जाति की भलाई के लिए काम किया है. कार्यक्रम को हाजी सैयद बेलाल अशरफ, ताजउद्दीन वारसी, मौलाना जहांगीर आलम, मो अनवारूल हक, अशरफ रजा, संदल जलालपुरी आदि उलेमाओं व शोयरा ने संबोधित किया. दरगाह शरीफ के सरपरस्त मो रेहान वारसी उर्फ चुन्ना मास्टर ने कहा कि दरगाह शरीफ की जियारत के लिए हबीबपुर, चमेलीचक, शाहजंगी, इमामपुर पंचायत, हुसैनपुर, मौलानाचक, कबीरपुर आदि मोहल्लों से लोग आये थे. जियारत के क्रम में किसी को कोई परेशानी नहीं हो, इसका खास ध्यान रखा जा रहा था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है