सांसद अजय मंडल की प्रतिनिधि अर्पणा कुमारी ने रविवार को फरक्का बराज के पदाधिकारियों से बातचीत की. उन्होंने इस बातचीत के आधार पर मीडिया को जानकारी दी कि सोमवार से भागलपुर सहित अन्य जिलों में गंगा का जलस्तर कम होना शुरू हो जायेगा. दरअसल 101 गेट खोले जा चुके हैं, जिससे पानी का प्रवाह तेज हुआ है. सोमवार शाम तक भागलपुर सहित पूरे बिहार में जलस्तर में गिरावट शुरू हो जायेगी. वर्तमान में गंगा का जल स्तर काफी बढ़ा हुआ है. इससे बिहार में कई जगहों पर बाढ़ की भयावह स्थिति बनी हुई है. भागलपुर संसदीय क्षेत्र भी इस आपदा का दंश झेल रहा है. सांसद अजय मंडल एवं सांसद प्रतिनिधि अर्पणा कुमारी ने बाढ़पीड़ितों के शरणस्थली पर जाकर उनसे मुलाकात की. सांसद अजय कुमार मंडल ने कहा कि सरकार पूरी तरह सतर्क है. जिला प्रशासन के सहयोग से सभी बाढ़ प्रभावित परिवार तक राहत पहुंचाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है.
गंगा का जलस्तर स्थिर, निचले इलाकों में बाढ़ का असर गहराया
भागलपुर में गंगा का जलस्तर रविवार शाम छह बजे 34.64 मीटर पर पहुंचकर स्थिर हो गया है. अगले 24 घंटे तक इसी स्तर पर बने रहने की संभावना है. फिलहाल जलस्तर खतरे के निशान 33.68 मीटर से 94 सेंटीमीटर ऊपर है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का असर गहरा गया है. कई जगहों पर पानी घुसने से जनजीवन प्रभावित हो रहा है. गंगा का जलस्तर वर्ष 2021 के सर्वाधिक रिकॉर्ड 34.86 मीटर से अब मात्र 24 सेंटीमीटर कम है. पिछले 24 घंटों में जलस्तर में 16 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गयी है. यदि ऊपरी इलाकों से पानी का बहाव बढ़ा तो यह रिकॉर्ड स्तर भी पार हो सकता है. इधर, भागलपुर से ऊपरी इलाकों मुंगेर से लेकर इलाहाबाद तक गंगा का जलस्तर घटने लगा है. इससे उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में यहां भी जलस्तर में कमी आ सकती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

