बिहार के भागलपुर जिले के नारायणपुर में गंगा में डूबी दो सगी बहनों का शव मिला. दोनों का अंतिम संस्कार एक ही चिता पर हुआ. नवटोलिया गांव में दक्षिणेश्वरी काली मंदिर के सामने रविवार को भाद्र पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने के दौरान दो सगी बहनें डूब गयी थी. दोनों का शव स्थानीय ग्रामीण गोताखोरों ने बाहर निकाला.
सोमवार को दूर जाकर मिले दोनों बहनों के शव
सोमवार को एसडीआरएफ की टीम सुबह सात बजे से ही गंगा में डूबी बच्चियों को खोज रही थी, लेकिन रविवार से ही शव को खोज रहे ग्रामीणों को सोमवार की सुबह घटनास्थल से करीब आधा किलोमीटर की दूरी पर मिला. करीब दो घंटे के अंतराल पर दोनों शव मिले. पहले छोटी बहन परी का और फिर वर्षा का शव मिला. परी का शव मिलने के बाद एसडीआरएफ की टीम गंगा में दूसरी बहन को खोजने गयी. लेकिन इस दौरान ग्रामीण गोताखोर ने ही शव बाहर निकाल लिए.
बेटियों की लाश देखकर बेहोश हुई मां
बेटी की मौत की खबर मिलने पर काम पर गए वीरेंद्र कुमार झा उर्फ बाबूल झा घर आए. बेटी को मृत देखकर मां बार-बार यह कह कर बेहोश हो रही थी कि उसके आंखों के सामने बच्ची डूब गयी, जिसे चाह कर भी नहीं बचाया जा सकी. भवानीपुर थानाध्यक्ष शंभु कुमार ने बताया कि दोनों शव का पोस्टमार्टम अनुमंडलीय अस्पताल नवगछिया में करा कर अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया है.
एक ही अर्थी पर दोनों बहनों की शव यात्रा
शव का पोस्टमार्टम होकर आने के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए एक ही अर्थी पर शव यात्रा निकाली. यह देख कर हर किसी की आंखें नम हो गयी. एक ही परिवार से दो सगी बहनों की एक ही अर्थी पर निकली शव यात्रा के बाद गांव में गम का माहौल है. हर जगह घटना की ही चर्चा होती रही. अंतिम संस्कार सोमवार को नवटोलिया-गनौल गांव के बीच मुसहरी गंगाघाट पर हुआ. दोनों बहनों को मुखाग्नि चचेरे भाई सूरज कुमार झा ने दी.

