-शारदीय नवरात्र. सप्तमी पर मां के कालरात्रि स्वरूप की हुई पूजा, आज महाअष्टमी पर होगी खोइछा भराईशारदीय नवरात्र में सोमवार को दुर्गा मंदिरों व पंडालों में सप्तमी पर मां के कालरात्रि स्वरूप की पूजा की गयी. सभी पूजा स्थानों में प्राण-प्रतिष्ठा के साथ मां की प्रतिमा को विधि-विधान से स्थापित हो चुकी है. दर्शन व पूजन के लिए श्रद्धालुओं के लिए पंडालों का पट खोल दिया गया है. इसके साथ ही मां का दर्शन के लिए श्रद्धालु उमड़ने लगे हैं. मंगलवार को महाअष्टमी पूजा व बुधवार को महानवमी पूजा होगी. मंगलवार को सभी पूजा स्थानों पर मां की खोइछा भराई होगी.
सजा माता का दरबार, भक्ति व उल्लास में डूबा सिल्क सिटी
जुबक संघ के सचिव बबन साहा के संचालन में मारवाड़ी पाठशाला परिसर में न्यू जर्सी का भव्य स्वामी नारायण मंदिर, सत्कार क्लब की ओर से कचहरी चौक पर जमुई का काली मंदिर, मुंदीचक गढ़ैया में चेन्नई का राधा-कृष्ण मंदिर, कालीबाड़ी में गुजरात का अक्षरधाम मंदिर, बरारी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में अयोध्या के श्रीराम लला की प्रतिमा के साथ भव्य पंडाल व सचिव राकेश दुबे उर्फ गुड्डू दुबे के संचालन में आदमपुर चौक का पंडाल कोलकाता का मानिकपुरी दुर्गा मंदिर के स्वरुप में दिखने लगे. सभी पूजा पंडालों में बिजली बत्ती आदि की सजावट का काम पूरा कर लिया गया है. शहर के विभिन्न दुर्गा स्थानों मारवाड़ी पाठशाला, लाजपत पार्क दुर्गा स्थान, महाशय ड्योढ़ी, मंदरोजा, बड़ी खंजरपुर, बरारी, मिरजान हाट, आदमपुर, लहेरी टोला, परबत्ती, उर्दू बाजार, दुर्गाबाड़ी, कालीबाड़ी, नाथनगर, कंपनीबाग, मुंदीचक गढ़ैया, गुड़हट्टा, भैरवा तालाब परिसर में माता का दरबार सजते ही सिल्क सिटी भक्ति व उल्लास में डूब गया. यहां सप्तमी पर प्राण-प्रतिष्ठा पूजन कराया गया. इसके बाद से ही श्रद्धालुओं के लिए माता का पट खोल दिया गया.
दुर्गाबाड़ी, कालीबाड़ी व मारवाड़ी पाठशाला में हांडी भोग का वितरण
दुर्गाबाड़ी, कालीबाड़ी, मारवाड़ी पाठशाला, रिफ्यूजी कॉलोनी में बांग्ला विधि-विधान से पूजन हुआ. यहां सुबह बांग्ला विधि-विधान से सप्तमी पूजा हुई. इसके बाद नवपत्रिका का प्रवेश हुआ. महासचिव विलास बागची ने बताया कि सप्तमी पर केला के थंब को केला बहू के रूप में गंगा स्नान कराया गया. इसके बाद भगवान गणेश की प्रतिमा के बगल में केला बहू स्थापित की गयी. फिर मां दुर्गा की प्राण- प्रतिष्ठा हुई. माता का मुख्य घट स्थापित किया गया. मारवाड़ी पाठशाला में 751 हांडी, दुर्गाबाड़ी में 1000 हांडी व कालीबाड़ी में 800 हांडी खिचड़ी भोग का वितरण किया गया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

